रोहतक, 4 जनवरी (निस)
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते पीजीआई प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। पीजीआई प्रबंधन ने बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए अतिरिक्त प्रबंध किए हैं। ओपीडी में कार्ड बनाने का समय बदला गया है साथ ही टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ा दी गई है और कोविड कंट्रोल रूम को भी 12 घंटे के लिये खोलने का निर्णय लिया गया है। पीजीआई में प्रतिदिन तीन हज़ार के करीब लोगों के कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं। साथ ही ऑक्सीजन व आईसीयू बैड भी तैयार किए गए हैं। पीजीआई की कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने कहा कि ओमीक्रोन वॉयरस की रफ्तार बहुत तेज़ है। इसके मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और जैसे -जैसे केस बढ़ेंगे अस्पतालों में बैड भी भरने लगेंगे। ऐसे में पीजीआईएमएस प्रशासन उससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। डॉ. अनिता सक्सेना ने कहा कि पीजीआईएमएस में अभी तीन हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं।
कार्ड बनाने का समय बदला
बुधवार से चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में कार्ड बनाने के समय में बदलाव किया गया है। अब सुबह साढ़े आठ बजे से 11 बजे तक ही कार्ड बनेंगे। पीजीआई के कुलसचिव डॉ. एच.के. अग्रवाल ने कहा कि हल्के लक्षण दिखने पर ही खुद को क्वारंटीन करते हुए कोविड जांच करवानी चाहिए। निदेशक डॉ. एस.एस. लोहचब ने कहा कि चौबीस घंटे के अंदर मरीजों को कोविड की रिपोर्ट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कोविड सैंपलिंग के समय में बदलाव कर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे कर दिया गया है। डॉ. लोहचब ने कहा कि कोविड कंट्रोल रूम को भी 12 घंटों के लिए खोल दिया गया है और ज़रूरत पड़ने पर 24 घंटे के लिए भी कंट्रोल रूम को खोल दिया जाएगा। संस्थान के पास ऑक्सीजन सप्लाई अभी भरपूर मात्रा में है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ईश्वर ने बताया कि संस्थान के पास 920 ऑक्सीजन बैड व 202 आईसीयू बैड मरीजों के लिए तैयार हैं। संस्थान में 206 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर व 1 हजार डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध हैं।