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आवारा कुत्तों के आतंक के साये में जी रहे शाहाबाद के लोग

एक नन्ही बच्ची को बुरी तरह से काट खाया, अस्पताल में इंजेक्शन नहीं
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शाहाबाद मारकंडा, 4 सितंबर (निस)

शाहाबाद की जनता आवारा कुत्तों के साये में जी रही है। यहां पर हर गली, मोहल्ले व चौक में कुत्ते गंदगी फैलाते देखे जा सकते हैं। इनमें से कुछ कुत्तों की तो दशा इतनी खराब है कि वह जिधर से भी गुजर जाएं वहीं पर बदबू फैल जाती है और यह अकसर दुकानों व घरों में घुस जाते हैं, जिससे जनता परेशान है। कानून इन्हें मारने की इजाजत नहीं देता और प्रशासन इन आवारा कुत्तों की नसबंदी नहीं करवाता, ऐसे में इन आवारा कुत्तों से शहर को निजात मिलने की संभावनाएं मिलनी भी धूमिल हो गई हैं। रविवार को शाहाबाद के निकटवर्ती गांव खानपुर दुबली में एक अढ़ाई वर्षीय बच्ची आरूषि इन आवारा कुत्तों का शिकार बनी।

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आरूषि के पिता कपिल ने बताया कि उनकी बिटिया घर के बाहर खेल रही थी कि आवारा कुत्तों ने घेर लिया और उसके चेहरे को नोच खाया। जब वह घायल बिटिया को उपचार के लिए शाहाबाद के सरकारी अस्पताल में लेकर आया तो यहां पर इंजेक्शन नहीं मिले। जिस पर वह अपनी बिटिया को लेकर अंबाला छावनी एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचा, जहां उसका इलाज चल रहा है। शाहाबाद निवासी

ऊषा गुप्ता, अधिवक्ता नीरज गुप्ता, प्रवीण शर्मा पप्पू, सर्वजीत सिंह ने मांग की है कि प्रशासन स्वच्छता की ओर ध्यान दे तथा इन आवारा कुत्तों पर लगाम लगाए।

क्या कहते हैं एसएमओ

जब इस बारे वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. राज सिसोदिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में डॉग बाइट के इंजेक्शन उपलब्ध हैं और कोई भी पीड़ित व्यक्ति इंजेक्शन लगवा सकता है। उन्होंने कहा कि रविवार को छुट्टी होने के कारण एमरजेंसी में इंजेक्शन उपलब्ध नहीं थे।

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