पानीपत (निस) : महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती झांबा के लोगों ने मंगलवार को पीने के पानी की समस्या को लेकर बीडीपीओ कार्यालय सनौली में रोष प्रदर्शन किया और बस्ती में पीने के पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की गई। वहीं बस्ती वासियों ने ब्लाक के पंचायत अधिकारी प्रमोद कुमार को सांसद संजय भाटिया वाला पत्र भी सौंपा, जिसमें बस्ती वासियों की पीने के पानी की समस्या का समाधान करने को कहा गया है। बस्ती वासियों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि उनकी समस्या का एक सप्ताह में समाधान नहीं हुआ तो वे बीडीपीओ कार्यालय के बाहर ही धरना देंगे। बस्ती वासी बिमला देवी, नीलम, सावित्री, जमीला, बबली, सीमा, सीला, सरजो, मंजू, मरजीना, राजपति, सतपाल, राजेश, रविंद्र व बलबीर आदि ने बताया कि वे करीब एक किमी दूर से खेतों से पीने के लिये पानी लेकर आ रहे हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।