झज्जर, 17 जुलाई (हप्र)
शहर की बदहाल स्थिति को लेकर जागो झज्जर अभियान के तहत सोमवार को लोग सड़क पर उतरे। जनता ने सरकार एवं प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। लोग शहरभर मेें प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे, यहां 20 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सीएम के नाम जिला उपायुक्त शक्ति सिंह को सौंपा। ज्ञापन सौंपने के दौरान दो माह का अल्टीमेटम देते हुए कहा गया कि यदि दो माह के भीतर उनकी मांगों पर अमल नहीं होता है तो फिर 15 सितंबर के बाद जागो झज्जर की तरफ से भूख हड़ताल, आमरण अनशन और चक्का जाम जैसे कदम उठाए जाएंगे।
जागो झज्जर अभियान के तहत सोमवार को किए गए इस प्रदर्शन मेें व्यापारिक संगठन, सामाजिक और स्वयंसेवी संगठनों के अलावा शहर की उन काॅलोनियों के लोगों ने भी हिस्सा लिया, जोकि पिछले काफी दिनों से जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। बीस सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रशासन को सौंपे जाने के बाद जागो झज्जर अभियान का नेतृत्व कर रहे एडवोकेट राजकुमार कटारिया ने कहा कि पूरा झज्जर शहर पिछले कई माह से बदहाल स्थिति में है। शहर की सड़कों पर गड्ढे हैं, जलभराव, बदहाल पार्क और ड्रेनेज सिस्टम लंबे समय से लचर स्थिति में है। कई बार शहरवासियों ने इसे दुरुस्त करने की मांग की है, लेकिन समाधान नहीं किया गया। यही वजह रही कि शहर के लोगों को मजबूर होकर जागो झज्जर अभियान चलाना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान शहर के किन्नरों ने भी जागो झज्जर अभियान में शामिल होकर सरकार को जगाने का काम किया। प्रदर्शन में पूर्व पार्षद भारतभूषण वर्मा, पार्षद जय सिंह, पूर्व पार्षद एडवोकेट मुकेश नागपाल, आम आदमी पार्टी के उदयभान पूनिया, महाबीर कटारिया भी शामिल रहे।