ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 19 जुलाई
ढांड चौक पर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के विवाद बुधवार को और ज्यादा बढ़ गया। प्रतिमा पर धरना देने जा रहे एक समुदाय के लोगों पर लाठीचार्ज कर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। प्रदर्शनकारी जब मूर्ति के पास से नहीं हटने लगे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे।
इससे पहले बुधवार दोपहर को लघु सचिवालय में धरना, प्रदर्शन और बैठकों के बाद भी विवाद का कोई हल नहीं निकला तो समुदाय ने प्रतिमा की तरफ कूच कर दिया। वहां समुदाय के लोगों ने पहले से ही धरना देने का ऐलान कर रखा था।
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े। समुदाय के लोगों का कहना था कि या तो सम्राट मिहिर भोज के नाम के आगे से समुदाय का शब्द हटाया जाए अन्यथा उन्हें मूर्ति के पास ही धरने पर बैठने दिया जाए।
देर शाम तक तक को समाज के लोग सचिवालय में धरने पर डटे रहे लेकिन उन्हें प्रशासन की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला तो उग्र हुई भीड़ ने बस अड्डïे के पास लगे बैरिकेड को तोड़ा। इसके बाद डीसी के कोठी के पास बीच रास्ते में बैरिकेड लगाए गए तो वहां प्रदर्शनकारी पुलिस को चकमा देकर पार्क के रास्ते से होते हुए मूर्ति स्थल चौक पर पहुंच गए।
इससे पहले बीच रास्ते में प्रदर्शनकारियों और पुलिस की झड़प भी हुई। मामले को बिगड़ता देख समुदाय के संगठनों ने लोगों से कैथल पहुंचने की अपील की है।
बता दें कि बृहस्पतिवार को सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण शिक्षा मंत्री करेंगे, लेकिन इससे पहले दो समुदाय के लोग आमने सामने हो गया। इससे कैथल में स्थिति तनावपूर्ण है। शहर बुधवार को दिनभर छावनी बना रहा।
कई गिरफ्तार, दूर लेकर छोड़ा
विरोध को देखते हुए पुलिस प्रशासन पहले से ही पूरी तरह तैयार था। सड़कों पर बैरिकेडस लगाने के साथ ही सरकारी बसों को भी खड़ा कर रखा था। पुलिस ने भीड़ में से लोगों को गिरफ्तार कर बसों में बिठा दिया और उन्हें दूसरे स्थान पर ले गए। डीएसपी ललित कुमार, उमेद कुमार डीएसपी, डीएसपी सज्जन सिंह व इंस्पेक्टर अमित कुमार मौका पर तैनात रहे और लोगों को वहां से हटने के लिए कहते रहे। तहसीलदार अमित सिडान व आशीष कुमार ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर चौक पर मौजूद रहे।
इससे पहले धरने पर पहुंचे डीसी जगदीश शर्मा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम किसी भी सूरत में कानून और व्यवस्था को डिस्टर्ब नहीं होने देना चाहते हैं। प्रशासन को हमदर्दी दोनों समुदाय से है।