हरे-भरे पेड़ काटने से लोगों में रोष
तहसील परिसर में वन विभाग द्वारा हरे-भरे पेड़ काटने को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि कार्तिक मास में वन विभाग ने कदम के हरे-भरे पेड़ काट डाले। कदम का पेड़ धार्मिक आस्था का...
तहसील परिसर में वन विभाग द्वारा हरे-भरे पेड़ काटने को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि कार्तिक मास में वन विभाग ने कदम के हरे-भरे पेड़ काट डाले। कदम का पेड़ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, क्योंकि भगवान श्री कृष्णा कदम के पेड़ पर ही खेलते रहे। कार्तिक मास में पेड़ों को काटना पूर्णतया गलत है। इस बारे जब एसडीएम अभिनव सिवाच से बात की तो उन्होंने बताया की वन विभाग ने दो दिन पूर्व इन पेड़ों को काट दिया था । मामला आज ही उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने तुरंत ही जिला वन अधिकारी व अन्य अधिकारियों से इस बारे जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को नोटिस जारी कर दिए हैं तथा इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। एसडीएम ने बताया कि हरे-भरे पेड़ों को काटना सरासर गलत है। अभी तक अधिकारी कोई संतोषजनक उत्तर भी नहीं दे सके । जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

