चंडीगढ़, 28 जून (ट्रिन्यू)
गर्मियों की छुट्टियां बच्चों ने घर पर कैसे बिताईं। इस दौरान उन्होंने किन-किन गतिविधियों में भाग लिया। पढ़ाई की या नहीं? इन तमाम बिंदुओं पर अब अभिभावक ही अपने बच्चों का मूल्यांकन कर स्कूल को रिपोर्ट देंगे। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से इस संदर्भ में रिपोर्ट मांगी गई है। विभाग ने विद्यार्थियों के अभिभावकों से छुट्टियों के दौरान बच्चों को दिए गए काम की रिपोर्ट मांगी है।
विभाग ने माता-पिता को 30 जून तक का टाइम दिया है। शिक्षा विभाग द्वारा पहली बार सरकारी स्कूलों में पहली से पांचवीं कक्षा तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। इसके तहत अभिभावकों को कहा गया है कि वे अपने बच्चों की मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करें। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की तरफ से बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किए किए।
रिपोर्ट में बच्चों की जनरल नॉलेज, घरेलू कामकाज में सहभागिता, डेली यूज में घरेलू उत्पादों की पहचान करने की क्षमता को शामिल किया जाएगा। विद्यार्थियों को अलग-अलग काम करने के लिए कहा गया था, इस दौरान माता-पिता बच्चों के सलाहकार की भूमिका होगी। इससे बच्चों को अनुभवात्मक शिक्षा देने का एक प्रयास है। अभिभावकों को विभाग के द्वारा प्रश्नावली भी दी है। अभिभावक विभिन्न श्रेणियों में अपने बच्चों को अंक भी दे सकेंगे।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार विभाग की ओर से बच्चों की पढ़ाई में अभिभावकों की भागीदारी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।