सोनीपत, 23 जनवरी (निस)
दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड की रिहर्सल के चलते भारी वाहनों को एनएच-44 पर जगह-जगह नाके लगाकर रोक दिया गया। कुंडली बार्डर से पहले ही भारी वाहनों को रोककर केजीपी-केएमपी के रास्ते भेजा गया। अलग-अलग स्थानों पर ट्रक चालकों ने रोके जाने पर रोष जताया। उनका आरोप था कि सोनीपत में नाइट कफ्र्यू के चलते उन्हें खाना तक नहीं मिला। प्रशासन को ऐसी स्थिति के लिए अलग से प्रबंध करने चाहिए। रविवार को तीसरे पहर दिल्ली में एंट्री खुलने के बाद ही उन्हें राहत मिल सकी।
गणतंत्र दिवस परेड की रिहर्सल के चलते शनिवार रात से दिल्ली में भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। एनएच-44 पर गन्नौर, मुरथल, बहालगढ़ के साथ ही केजीपी-केएमपी के पास नाके लगाकर भारी वाहनों का दिल्ली में प्रवेश रोक दिया गया। बीसवां मील से आगे पहुंचे वाहनों को केएमपी व केजीपी के रास्ते उत्तर प्रदेश व राजस्थान की तरफ भेजा गया। जिन वाहनों को दिल्ली जाना था उन्हें केएमपी व केजीपी पर ही रोक दिया गया। भारी वाहनों को सड़क किनारे रोकने के चलते चालकों ने रोष जताया। रविवार दोपहर बाद दिल्ली में वाहनों का आवागमन शुरू होने के बाद ही वाहन चालकों को राहत मिल सकी। उसके बाद जाम की स्थिति से निजात मिल पाई।
कच्चा माल बना वाहन चालकों के लिए मुसीबत
हाईवे के रास्ते कच्चा माल लेकर दिल्ली में जाने वाले वाहन चालकों की मुसीबत अधिक बढ़ गई। उन्हें दिल्ली में जाने से रोका गया तो उन्हें कच्चे माल के खराब होने की चिंता सताने लगी। चालक राकेश बसई, सतीश पांचाल व कर्मबीर ने कहा कि कच्चे माल को दिल्ली समय पर ले जाया जाना था। दिल्ली में भारी वाहन रोकने की उनके पास कोई जानकारी नहीं थी। अगर इस तरह वाहनों को रोकना होता है तो पहले इसकी जानकारी दी जानी चाहिए।
मंगलवार से फिर दिल्ली के लिए थम जाएंगे भारी वाहनों के पहिए
दिल्ली में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम को लेकर मंगलवार शाम पांच बजे से एनएच से भारी वाहनों की एंट्री रोक दी जाएगी। इसके लिए पुलिस प्रशासन की ओर से संबंधित चौकी प्रभारियों व ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए गए हैं। वहीं, भारी वाहन चालकों से वैकल्पिक मार्गों से गुजरने की अपील की गई है। लोगों को परेशानी से बचाने के लिए चालक दिल्ली की ओर जाने के लिए पानीपत के सनौली होकर वाया बागपत जा सकते हैं, वहीं पानीपत की ओर जाने वाले वाहन चालक गढ़मिरकपुर से होते हुए बागपत जा सकते हैं। भारी वाहनों पर रोक 25 जनवरी शाम पांच बजे से 26 जनवरी को दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगी।