चंडीगढ़, 19 जुलाई (ट्रिन्यू)
सोनीपत से कांग्रेस सांसद सुरेंद्र पंवार की सदस्यता बनी रहेगी। स्पीकर ने उनके द्वारा दिए गए इस्तीफे को वापस लेने के लिए दिए गए पत्र को मंजूर कर लिया है। एक तरह से उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया गया है। पंवार ने खुद और परिवार के सदस्यों को मिली रही फिरौती व जान से मारने की धमकियों के चलते विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया था।
स्पीकर से मुलाकात के दौरान भी उन्होंने अपनी पीड़ा और पूरा घटनाक्रम बताया। स्पीकर विधायकों को मिल रही धमकियों को लेकर पहले ही काफी सख्त हैं। इस बीच, बुधवार को दोपहर तीन बजे उन्होंने डीजीपी पीके अग्रवाल, सीआईडी चीफ आलोक मित्तल सहित पुलिस के आला अधिकारियों को विधानसभा सचिवालय में तलब किया है। उन्होंने पांच विधायकों को मिली धमकियों में अभी तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है।
मंगलवार को पंवार ने पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी उनके निवास पर मुलाकात की। यहीं से वे रोहतक विधायक बीबी बतरा के साथ विधानसभा के लिए रवाना हुए। स्पीकर विधानसभा में नहीं होने की वजह से उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। दोपहर बाद पंवार ने स्पीकर से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि उनके द्वारा दिए गए इस्तीफे को नामंजूर किया जाए। इसके लिए उन्होंने एक बार फिर इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को लिखित में लेटर दिया।
यहां बता दें कि सुरेंद्र पंवार को फिरौती के लिए फोन आया था। फिरौती नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। ये बात वे स्पीकर को बता चुके हैं। सोमवार व मंगलवार को हुई मुलाकातों के दौरान भी इस बारे में बताया। स्पीकर ने इस पर नोटिस लेते हुए बुधवार को पुलिस के आला अधिकारियों को अपने कार्यालय में तलब किया है। इससे पहले भी वे पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं।
पंवार ने बताया कि उनसे पांच करोड़ की फिरौती मांगी गई। उन्हें यह भी बताया गया कि यह पैसा दुबई भेजना है। पैसा हवाला के जरिये दुबई जाना था।