पानीपत,16 नवंबर(एस)
पानीपत की सनौली रोड स्थित सब्जी मंडी को सोमवार को काफी जद्दोजहद के बाद नई अनाज मंडी के पास शिफ्ट कर दिया गया। हालांकि कुछ मासाखोरों ने मंडी को शिफ्ट करने का विरोध किया, लेकिन पुलिसबल के चलते कोई भी मासाखोर ज्यादा विरोध नहीं कर पाया। जिला प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार अनिल कौशिक को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था और मंडी को शिफ्ट करने के लिये मार्किट कमेटी के सचिव नरेश मान और डीएमओ महाबीर सिंह की मदद के लिये पुलिस बल भी मौजूद रहा।
मार्केट कमेटी के सचिव नरेश मान और डीएमओ महाबीर सिंह सोमवार को सुबह ही अपने कर्मचारियों की टीम के साथ सनौली रोड सब्जी मंडी पहुंचे और उन्होंने सभी मासखोरों को कहा कि आज सब्जी मंडी को शिफ्ट किया जाना है और सभी मासाखोर अपना सामान बांधकर नई अनाज मंडी के पास सब्जी मंडी में चलें। कुछ मासाखोरों ने मंडी शिफ्टिंग का विरोध किया। ज्यादातर मासाखोर इस हक में थे कि नई मंडी में उनको सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जायें तो उनको मंडी की शिफ्टिंग से कोई एतराज नहीं है। मार्केट कमेटी के सचिव ने सभी मासाखोरों को आश्वासन दिया कि नई सब्जी मंडी में सभी मासाखोरों और आढ़तियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। सचिव नरेश मान ने बताया कि अभी शैड के नीचे 303 मासाखोरों को जगह उपलब्ध करवाई गई है।
मार्केट कमेटी के सचिव नरेश मान ने बताया कि मासाखोरों ने अगस्त माह में दो माह का समय मांगा था, लेकिन उनको 4 माह का समय दिया जा चुका है। उन्होंने कहा की नई सब्जी मंडी में किसी भी आढ़ती या मासाखोर को किसी तरह की कोई भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी। मासाखोरों व आढ़तियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
भाजपा नेता एवं जिला पार्षद देव मलिक ने किया विरोध
पानीपत (एस) : जिला पार्षद एवं भाजपा नेता देव मलिक ने सोमवार शाम को सनौली रोड पुरानी सब्जी मंडी में पहुंच कर सब्जी मंडी को नई अनाज मंडी के पास शिफ्ट करने का विरोध किया है। देव मलिक ने मंडी शिफ्टिंग का विरोध करते हुए कहा कि इससे सैकड़ों परिवार सड़क पर आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि मंडी शिफ्टिंग का कोई औचित्य नहीं है और जिला प्रशासन जबरन लोगों को यहां से शिफ्ट कर रहा है। देव मलिक ने कहा कि वे सब्जी मंडी में काम कर रहे मजदूरों, मासाखोरों, रेहड़ी वालो, आढ़तियों और आम जनता को साथ लेकर सब्जी मंडी शिफ्टिंग का विरोध करेंगे और मंगलवार को सुबह पुरानी सब्जी मंडी में एकत्रित होकर आगामी आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।