पानीपत, 5 मई (निस)
शहर में कुटानी व बबैल रोड की करीब डेढ़ दर्जन कालोनियां सरकारी स्कूल से वंचित हैं। यहां बच्चों के अभिभावक मेहनत मजदूरी करते हैं, उन्हें अपने बच्चों को मजबूरन प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना पड़ रहा है।
हालांकि मौलिक शिक्षा निदेशक ने पानीपत डीईईओ को पत्र लिखकर कुटानी व बबैल रोड पर स्कूल खोलने के लिये आधा एकड़ जमीन तलाश कर रिपोर्ट देने को कहा है।
आधा एकड़ जमीन का जुगाड़ कैसे होगा, इसे लेकर असमंजस है। बता दें कि पानीपत शहर में कुटानी रोड पर पड़ने वाली इन कालोनियों की आबादी एक लाख से भी ज्यादा है। यहां छोटे-बड़े करीब 40 प्राइवेट स्कूल हैं, लेकिन सरकारी स्कूल नहीं है। इन कालोनियों के 8-10 हजार बच्चे पढ़ने वाले हैं। हालांकि रामनगर में करीब 292 गज में एक छोटा-सा प्राइमरी स्कूल है और उसकी बिल्डिंग को भी कंडम होने भी साढ़े तीन साल पहले तोड़ दिया गया था, जोकि अब तक नहीं बन पाई है।
‘स्कूल बनाने की कई वर्ष से कर रहे मांग’
बबैल रोड वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान एवं जिला पार्षद देव मलिक, पूर्व निगम पार्षद संगीता, अनुप शर्मा, चंद्रभान राठी, प्रमोद धीमान, अजय कश्यप, बबलू खान आदि ने बताया कि वे कई वर्ष से इन कालोनियों में सरकारी स्कूल बनवाने की मांग कर रहे हैं। इन 18-20 कालोनियों में रहने वाले बच्चों के अभिभावक मेहनत मजदूरी करते हैं और वे अपने बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूलों में नहीं पढ़ा सकते। देव मलिक ने कहा कि बबैल रोड पर नगर निगम ने अपनी आधा एकड़ जमीन को पुलिस विभाग को थाना बनाने के लिये दे दिया। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल बनाने के लिये सचेत होते तो वह जमीन स्कूल बनाने के लिये मिल सकती थी।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बोले
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बृज मोहन गोयल ने बताया कि निदेशालय की तरफ से पानीपत शहर में बबैल रोड व कुटानी रोड पर सरकारी स्कूल खोलने के लिये आधा एकड़ जमीन की तलाश करने को लेकर पत्र आया था। इन दोनों सड़कों पर आधा एकड़ भूमि मिलती है तो स्कूल खुल सकता
है। जमीन नगर निगम या आसपास के गांव की पंचायत
ही उपलब्ध करवा सकती है।