कलायत, 6 जून (निस)
किसानों को केंद्र सरकार द्वारा अधिगृहीत की गई दिल्ली-कटरा हाईवे का मुआवजा नहीं दिए जाने को लेकर निर्माण कार्य रोक देने पर सोमवार को बीडीपीओ रोजी पुलिस बल के साथ कलायत व कमालपुर पहुंचे।
बीडीपीओ द्वारा अधिग्रहण की गई जमीन का मुआवजा नहीं मिलने पर हाईवे निर्माण का विरोध कर रहे किसानों से बातचीत की। बातचीत के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों से बहस भी हुई और किसान उग्र हुए तो बीडीपीओ रोजी ने स्थिति संभालते हुए किसानों को समझा-बुझाकर शांत किया। मौके पर पहुंचे किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा दिल्ली-कटरा हाईवे का निर्माण के लिए जो जमीन अधिकृत की गई है, वहां पर सभी छोटे किसान हैं और गरीब परिवारों से संबंध रहते हैं। अपने परिवार का पालन-पोषण इसी कृषि जमीन के सहारे हो रहा था। जमीन अधिग्रहण किए जाने के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हें अधिकृत की गई जमीन का मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में उनके परिवारों पर भूखे मरने का संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से किसानों को जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग की।
‘अधिगृहीत जमीन का मुआवजा हो चुका जारी’
बीडीपीओ रोजी ने बताया कि कलायत व गांव कमालपुर से निकल रहे दिल्ली-कटरा हाईवे के लिए अधिगृहीत की गई जमीन का मुआवजा सरकार की तरफ से जारी हो चुका है, लेकिन किसानों के आपसी विवाद के चलते मामला अभी कोर्ट तथा जिला राजस्व अधिकारी के समक्ष विचाराधीन है। किसानों की मुआवजा संबंधी जो भी समस्या है, उनको उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया जाएगा। उन्होंने किसानों से हाईवे निर्माण में सहयोग की अपील की है।