प्रथम शर्मा/हप्र
झज्जर, 16 मार्च
अहीर समाज द्वारा अपने समुदाय की अहीर रेजीमेंट के गठन की मांग को लेकर अब अहीर बाहुल्य गांवों में भी आवाज बुलन्द होने लगी है। बुधवार को इसी मामले में झज्जर के गांव अमादल शाहपुर व पलड़ा गांव के लोगों की एक पंचायत यहां हुई।
पंचायत की अध्यक्षता यादव सभा के जिला प्रधान विरेन्द्र दरोगा ने की। जबकि पंचायत में इन दोनों गांवों के ग्रामीणों के अलावा सभा के उपप्रधान संजय यादव, खजांची उजाला, पूर्व प्राचार्य होशियार सिंह, पीटीआई ओमप्रकाश यादव सहित काफी संख्या में यादव सभा के पदाधिकारियों ने भाग लिया। दोनों गांवों की पंचायत में अहीर रेजीमेंट के गठन के लिए एक प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार के पास भेजा गया। सभी वक्ताओं ने कहा कि देश के लिए अहीर समुदाय द्वारा दी गई कुर्बानियों का इतिहास किसी से छिपा नहीं है।
हरियाणा की यदि बात की जाए तो आज भी सेना के अंदर अहरीवाल से सबसे ज्यादा सैनिक देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे है। यहां तक की विक्टोरिया क्रास भी झज्जर जिले के गांव पलड़ा दिवासी उमराव सिंह के नाम है। अहीर रेजीमेंट के गठन की मांग कर अहीर समाज किसी का अधिकार नहीं छीन रहा है बल्कि अपना अधिकार मांग रहा है।
सभी वक्ताओं ने अहीरों के इतिहास व कुर्बानी के बारे में विस्तारपूर्वक बताया और अहीर रेजिमेंट गठन के लिए चल रहे आंदोलन के बारे में भी चर्चा कर और 23 मार्च को अधिक से अधिक संख्या में खेड़कीदौला पहुंचने की अपील की।
ग्राम सभा में उपस्थिति सभी बुजुर्गों, नौजवानों के साथ-साथ माताओं बहनों ने अहीर रेजिमेंट गठन में
कंधे से कंधा मिलाकर चलने की हामी भरी। ग्रामवासियों ने सर्वसम्मति से आंदोलन में शामिल होकर
अपना पूर्ण सहयोग देने का प्रस्ताव भी स्वीकार किया।
वक्ताओं का यह भी कहना था कि गुरुग्राम के खेड़कीदौला पर चल रहा आंदोलन तब तक शांत होने वाला नहीं है जब तक कि सरकार अहीर रेजीमेंट के गठन की मांग को पूरा नहीं कर देती।