शिक्षक करण सांगवान के पक्ष में उतरी पंचायत खापें, हटाने को साजिश बताया
चरखी दादरी, 20 अगस्त (निस) पढ़े-लिखे नेताओं को वोट देने की अपील करने वाले कानून के शिक्षक करण सांगवान को अनएकेडमी से निकालने का खाप पंचायतों ने विरोध करते हुए करण सांगवान के समर्थन में आवाज बुलंद की है। खापों...
चरखी दादरी, 20 अगस्त (निस)
पढ़े-लिखे नेताओं को वोट देने की अपील करने वाले कानून के शिक्षक करण सांगवान को अनएकेडमी से निकालने का खाप पंचायतों ने विरोध करते हुए करण सांगवान के समर्थन में आवाज बुलंद की है। खापों ने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए करण सांगवान को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष की बात कही है। रविवार को करण के पैतृक गांव तिवाला में सांगवान खाप प्रतिनिधियों ने उसके परिजनों से मुलाकात की।
करण सांगवान का ऑनलाइन प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे पढ़े-लिखे लोगों को वोट देने की बात कह रहे हैं। करण सांगवान ने यह बात अपनी क्लास के दौरान कही थी।
बताया गया है कि केंद्र सरकार की ओर से सीआरपीसी कानून में बदलावों के बिल के संदर्भ में यह बात कही गई। उन्हें अनएकेडमी की नौकरी से हटाए जाने के बाद विपक्षी नेताओं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सांसद दीपेंद्र हुड्डा और उद्धव ठाकरे की शिवसेना से पूरा समर्थन मिल रहा है। वहीं उनके समर्थन में सांगवान व फोगाट खाप के अलावा अन्य संगठन में उतर आए हैं।
सांगवान खाप के कन्नी प्रधान रामसिंह ने कहा कि पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना क्या अपराध है। राजनीतिक लोग अनपढ़ हैं और अपना स्वार्थ साधने में लगे हैं। करण के दादा अतर सिंह व ग्रामीण नित्यानंद सांगवान ने कहा कि उसने युवाओं का आह्वान कर देशद्रोह की बात नहीं कही बल्कि अपनी भावनाएं बताई हैं। इस तरह नौकरी से निकालना सरकार की साजिश है। फोगाट खाप के प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि सरकार के दबाव में करण सांगवान के साथ नाइंसाफी की गई है।
वहीं पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि करण सांगवान का कानून पढ़ रहे युवाओं का भविष्य संवारने में अहम रोल है। उन्हें राजनीतिक रूप से साजिश का शिकार बनाया गया है।