बहादुरगढ़, 27 जून (निस)
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर आसौदा गांव में मंगलवार को फिर से पंचायत हुई। किसानों ने घोषणा की थी कि वे पंचायत में एकत्रित होकर मंगलवार को दिल्ली-रोहतक रेलमार्ग पर रेल रोकेंगे। किसान आपस में बातचीत कर ही रहे थे कि झज्जर से डी.सी. कैप्टन शक्ति सिंह पंचायत में पहुंच गए। डी.सी. ने किसानों से रेल रोकने या कोई अन्य गैरकानूनी कदम न उठाने को कहा। रमेश दलाल के नेतृत्व वाली पंचायत ने सरकार को 21 दिन का समय दिया। उधर रेल रोकने की चेतावनी के कारण प्रशासन ने रेल लाइन के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की थी। रेल रोकने की अपनी घोषणा के मुताबिक आसौदा मंदिर में किसान इकट्ठे हुए। उधर प्रशासन ने पंचायत स्थल से कुछ देर से लेकर रेलवे लाइन के आसपास कोई अप्रिय स्थिति न बनें इसको ध्यान रखते हुए पुलिसकर्मी तैनात कर दिए थे। सोनीपत व रोहतक से भी पुलिस बुलाई गई थी। पंचायत में किसान चर्चा कर ही रहे थे कि दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे डी.सी. कैप्टन शक्ति सिंह पंचायत में पहुंच गए। किसान नेता रमेश दलाल ने प्रशासन और सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी मुआवजे बढ़ाने की सिफारिश कर चुकी है और वह (डीसी) स्वयं भी कई बार समय दे चुके हैं, लेकिन कलेक्टर रेट का 4 गुणा मुआवजा देने की तो बात ही दूर किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा अभी तक नहीं मिला है।