देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 25 मई
पलवल के गांव अल्लिका का 30 वर्षीय विक्की अपने 11 साथियों सहित मुंबई के ताउते तूफान में लापता हो गया है। वह मर्चेंट नेवी में एक कंपनी में कार्यरत था।
पिछले 9 दिनों से समुद्र में इनकी तलाश चल रही है, लेकिन अभी तक इनका कोई सुराग नहीं लगा है। परिवार के लोग हरियाणा और महाराष्ट्र सरकार से गुहार लगा रहे हैं। इसके लिए परिवार की तरफ से दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय को भी पत्र लिखा है। बता दें कि 16 मई को ताउते तूफान के चलते मुंबई में समुद्र में समा गया। समुद्र में समाए जहाज डग गलोरी के कुल 11 व्यक्ति लापता हो गए थे।
30 वर्षीय विक्की ने 12वीं कक्षा की पढ़ाई के बाद मर्चेंट नेवी का कोर्स किया। जिसके बाद वह पिछले 3 साल से समुंद्र में जहाज पर ड्यूटी कर रहा था। विक्की जहाज पर एंकर हैंडलिंग (जहाज को पानी में रोकने के लिए कांटे और रस्से डालने वाले) का काम देखता था। गत 16 मई को विक्की की बातचीत उसकी पत्नी पूजा के साथ अंतिम बार हुई थी। विक्की की पत्नी पूजा ने बताया कि 16 मई को करीब 8 बजे उनके पति का फोन आय था, जिसमें विक्की ने बताया था कि वह मुंबई पोर्ट पहुंचने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ही तूफान में वह फंस गए थे। करीब 3 दिन बाद कंपनी की तरफ से विक्की के परिजनों को सूचना दी गई थी उनकी कंपनी का जहाज पानी में डूब चुका है और 11 सदस्य लापता हैं। विक्की गैलरी शिपिंग मैनेजमेंट नामक कंपनी में काम कर रहा था और वर्ष 2020 में ही उसने इस कंपनी को ज्वाइन किया था। विक्की की पत्नी ने बताया पिछले 9 दिनों से लगातार वह कंपनी अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं सिर्फ उन्हें यह बताया जा रहा है कि सर्च ऑपरेशन जारी है। उन्होंने कहा कि अभी तक भी विक्की का कोई पता नहीं लग पाया है। हाल में ही समुद्र में कुछ शव मिले हैं, लेकिन उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है।
सदमे में परिवार
विक्की के पिता भूपलाल ने बताया कि विक्की की कोई खबर न मिलने से परिवार और अन्य सगे संबंधियों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा परिवार सदमे में है। उनका कहना है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन महाराष्ट्र सरकार से समन्वय स्थापित कर जल्द से जल्द विक्की का पता लगाए।