देशपाल सौरोत/ हमारे प्रतिनिधि
पलवल, 20 जुलाई
जेल से रिहा होने के उपरांत मंगलवार को पहली बार पलवल में नेशनल हाईवे पर चल रहे किसानों के धरने पर पहुंचे इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने भाजपा की केंद्र व प्रदेश की गठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने जहां खुलकर किसानों का समर्थन किया वहीं युवाओं को अपनी ओर आकृषित करते हुए खुलेआम ऐलान किया कि वो 3206 अध्यापकों को नौकरी देने पर 10 साल की सजा काटकर आए हैं, अब यदि प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो वो प्रदेश के सभी पढ़-लिखे युवाओं को नौकरी देने का काम करेंगे, चाहे उसके लिए उन्हें फांसी की सजा क्यों न मिले। श्री चौटाला के किसानों के धरने पर पहुंचने से यहां मौजूद किसानों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। उन्होंने इस मौके पर जमकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए और भविष्य में बीजेपी पार्टी को वोट नहीं देने की अपील भी की।
आज धरना स्थल पर मौजूद किसानों को अपना समर्थन देने के लिए काफी संख्या में इनेलो नेता व कार्यकर्ता भी पहुंचे। किसानों के धरने की अध्यक्षता स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने की जबकि मंच संचालन भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रतन सिंह सौरोत द्वारा किया गया। वहीं इस अवसर पर इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी, प्रदेश महासचिव महेन्द्र चौहान, जिलाध्यक्ष अजीत बॉबी, खेल प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष केसर डागर, फरीदाबाद के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र चौहान, कार्यकारी जिलाध्यक्ष देवेन्द्र तेवतिया, 52 पालों के अध्यक्ष अरूण जेलदार, किसान संघर्ष समिति के मास्टर महेन्द्र चौहान, धर्मचंद प्रधान आदि मुख्यरूप से मौजूद थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा की करीब 8 माह से चल रहे किसान आंदोलन को 36 बिरादरी का समर्थन मिल रहा है और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून किसान विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने समाज में भाई-चारे को तोड़ने का काम किया है। आज किसानों के साथ-साथ हर वर्ग इस सरकार से दुखी: है। यह सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कृषि कानूनों को किसानों पर थोपना चाहती है। ये काले कानून हैं जो किसान को बर्बाद कर देंगे। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से किसानों के साथ रहे हैं और रहेंगे। बीजेपी सरकार पूंजीपतियों की सरकार है। इस सरकार में किसानों को न तो समय पर सिंचाई के लिए पानी मिल रहा है और न ही खाद बीज की सुविधा है तथा न ही समय पर किसानों की फसलों की कीमत मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार देश की जनता को जाती और धर्म में में बांट रही है। श्री चौटाला ने किसानों को आश्वासन दिया कि वो देश के हर किसान के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे और गांव -गांव जाकर किसान आंदोलन को और मजबूती देने का काम करेंगे ताकि तीन कृषि कानून रद्द हो और आने वाले चुनावों में भाजपा की हार हो।