मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

हरियाणा सीमा पर यूपी-बिहार से पहुंच रहे धान से लदे वाहन

सीएम की सख्ती के बाद 24 घंटे पहरा, अन्य राज्यों से नहीं मिल रहा प्रवेश
यमुनानगर के कलानौर में हरियाणा यूपी सीमा पर धान से भरे वाहन, जो कई दिनों से खड़े हैं। -छाया हप्र
Advertisement
जबसे हरियाणा में धान की खरीद शुरू हुई है उसके बाद से ही अन्य राज्यों से हरियाणा में धान की तस्करी हो रही है। 'दैनिक ट्रिब्यून' ने 20 अक्तूबर के अपने अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जब किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने हरियाणा-यूपी सीमा पर उत्तर प्रदेश, बिहार से आने वाले डेढ़ सौ से अधिक ट्रकों को रोक लिया था। उसी के बाद मुख्यमंत्री ने इस पर सख्ती बरतने के आदेश दिए और अब हरियाणा-यूपी सीमा पर 24 घंटे पहरा लगाया गया है, ताकि अन्य राज्यों का धान हरियाणा में न आ पाए।

हरियाणा में एमएसपी पर 24 फसलें खरीदी जा रही हैं, उनमें धान भी एक प्रमुख फसल है। आजकल धान का सीजन जोरों पर है, ऐसे में उत्तर प्रदेश, बिहार से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक, ट्रालियां चावल और धान लेकर आ रहे हैं, ताकि उन्हें हरियाणा में एमएसपी पर बेचकर लाभ कमाया जाए। व्यापारी मोटे मुनाफे के चक्कर में यहां फसल भेज रहे हैं, क्योंकि वहां धान और चावल के रेट काफी कम हैं। इसीलिए हरियाणा सरकार ने अन्य राज्यों से हरियाणा में धान और चावल लाने पर प्रतिबंध लगाया है।

Advertisement

यमुनानगर में कलानौर चौकी पर इंटर स्टेट नाका लगाया गया है, जिसमें पुलिस, फूड सप्लाई विभाग, मार्केट कमेटी, ग्राम पंचायत के अधिकारी तैनात किए गए हैं। 24 घंटे इस नाके पर सभी विभागों के कर्मचारी तैनात रहते हैं। लेकिन दूसरी तरफ भारी संख्या में उत्तर प्रदेश, बिहार से वाहनों का लगातार आना भी जारी है। वह बात अलग है कि उन्हें नाके पर रोक कर वापस किया जा रहा है ।

फसल लाने वाले वाहन चालक परेशान

वहीं बिहार, यूपी से धान और चावल लाने वाले वाहन चालक परेशान है। उनका कहना है कि वह पिछले कई दिनों से हरियाणा-यूपी सीमा पर ही बैठे है, न तो हरियाणा में उन्हें आने दिया जा रहा है, और न ही उन्हें भेजने वाले मालिक उनका फोन उठा रहे हैं, यहां खाने-पीने के भी लाले पड़ गए हैं, जिससे वे परेशान है।

हरियाणा सरकार ने यूपी, बिहार एवं अन्य राज्यों से हरियाणा में आने वाली धान एवं चावल की आवक को रोकने के लिए सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं। वैसे तो हम पूरी तरह से इसे रोक नहीं सकते। अगर किसी वाहन चालक के पास परचेज बिल वेरीफाइड है तो उन्हें रोका नहीं जा सकता, लेकिन अधिकांश ऐसे वाहन आ रहे हैं जिनके बिल वेरीफाइड नहीं है, उन्हें हरियाणा में एंट्री नहीं दी जा रही। इसके लिए चारों विभागों के कर्मचारी लगातार 24 घंटे सक्रिय हैं।

-विश्वनाथ, एसडीएम एवं नोडल अधिकारी, यमुनानगर 

Advertisement
Show comments