कुरुक्षेत्र (एस) :
सेक्टर-7 के श्री सत्य साईं सेवा केंद्र में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक संत ऋतुराज महाराज (इंदौर)ने माता सती एवं ध्रुव चरित्र सुनाया। कथा व्यास ने कहा कि सती दक्ष प्रजापति की पुत्री और भगवान शिव की पत्नी थी। शिवपुराण के अनुसार ब्रह्मा जी को भगवान शिव के विवाह की चिंता हुई तो उन्होंने भगवान विष्णु की स्तुति की और विष्णु जी ने प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी को बताया कि यदि भगवान शिव का विवाह करवाना है तो देवी शिवा की आराधना कीजिए। ध्रुव चरित्र में बताया गया कि सतयुग के दौरान अवधपुरी में राजा उत्तानपाद राज किया करते थे। उनकी बड़ी रानी का नाम सुनीति था और उनके कोई संतान नहीं थी। देवर्षि नारद ने रानी को बताया कि यदि तुम राजा की दूसरी शादी कराओगी तो संतान प्राप्त होगी।