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ऑर्गन डोनेशन जागरूकता : 24 किडनी डोनर्स सम्मानित

डबवाली, 15 अप्रैल (निस) डॉ. विक्रम मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 24 ऑर्गन डोनर्स को सम्मानित किया गया। किडनी डोनर सम्मान एवं किडनी स्वास्थ्य जागरूकता समारोह आयोजित किया गया। किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप चौहान, विशिष्ट अतिथि डा. किरण कुमार, डॉ....

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डबवाली, 15 अप्रैल (निस)

डॉ. विक्रम मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 24 ऑर्गन डोनर्स को सम्मानित किया गया। किडनी डोनर सम्मान एवं किडनी स्वास्थ्य जागरूकता समारोह आयोजित किया गया।

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किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप चौहान, विशिष्ट अतिथि डा. किरण कुमार, डॉ. विक्रम मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रतिनिधि डॉक्टर पीके अग्रवाल, एडवोकेट सुभाष गुप्ता ने ज्योति प्रज्वलित कर आगाज़ किया। बीएड कॉलेज में आयोजित समारोह में किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप चौहान ने संबोधन में किडनी रोगों के कारण एवं बचाव उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किडनी फेलियर को रोकने के लिए मनुष्य को हाई ब्लड प्रेशर, शुगर रोग एवं गुर्दे की पथरी का समय पर इलाज करवाना चाहिए। उन्होंने किडनी को स्वस्थ रखने के लिए खान-पान व ऑर्गन डोनेशन के प्रति जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपना शरीर छोड़ते हुए भी शरीर के विभिन्न अंगों को दान कर हम नौ लोगों की जिंदगी रोशन कर सकते हैं। डॉ. विक्रम मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट के डॉ. पीके अग्रवाल ने बताया कि अंगदान डोनर्स में 75 प्रतिशत महिलाओं ने अपने सगे संबंधियों को किडनी डोनेट कर जीवन में रिश्तों की अहमियत को साबित किया। उन्होंने आह्वान किया कि हम सबको ऑर्गन डोनेशन के लिए नोटो के तहत रजिस्ट्रेशन करवा कर विकसित देश की तरह अंग प्रत्यारोपण की मुहिम को आगे बढ़ाना चाहिए। डा. अग्रवाल ने लघु कविता के माध्यम से भी अंगदान पर प्रकाश डाला। समारोह में वरिष्ठ इनेलो नेता संदीप चौधरी, सरबजीत मसीतां, डॉ. एसएस गुलाटी, डॉ. दलीप गुप्ता, संदीप गर्ग, अग्रवाल सभा के प्रधान सतीश गर्ग केपी, डॉ. शोभाराम, डा कंवर सिंह, डॉ. वरुण जिंदल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। डबवाली की बेटी प्रियंका ने अपनी सास को अपना आधा लीवर डोनेट कर सास बहू के रिश्ते को नया आयाम दिया है। प्रियंका ने साबित किया कि सास बहू का रिश्ता मां-बेटी के रिश्ते से भी बढ़कर हो सकता है। रमनदीप ने पति को अपनी एक किडनी डोनेट कर उसकी जान बचाई और पति-पत्नी के रिश्ते को भावनात्मक मजबूती देते हुए यह साबित किया कि पत्नी को पति की अर्धांगिनी क्यों कहा जाता है।

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