उचाना, 3 जुलाई (निस)
कन्या स्कूलों को मर्ज करने की सरकार की पॉलिसी के खिलाफ राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला खेड़ी मंसानिया के बाहर ग्रामीण एकत्रित हुए। यहां पर स्कूल के गेट को ताला लगा कर ग्रामीणों ने रोष प्रकट किया। आठ बजे ग्रामीणों ने स्कूल के मेन गेट को बंद कर दिया। साढ़े दस बजे बीईओ पुष्पा देवी, बीआरसी रणपाल श्योकंद, सांस्कृतिक सचिव मा. रामप्रसाद ने ग्रामीणों को समझा कर मेन गेट से ताला खुलवाया। ग्रामीणों ने सरकार की पॉलिसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए इस पॉलिसी को रद्द करने की मांग की। सीएम मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्र्जर के नाम ज्ञापन बीईओ के माध्यम से भेजा गया। बीईओ पुष्पा रानी ने कहा कि ग्रामीणों की इस मांग को उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया जाएगा। जो ज्ञापन दिया गया है वो उचित माध्यम से भेजा जाएगा।
सरपंच कविता ने कहा कि एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रही है जबकि प्रदेश की बेटियों के स्कूलों को बंद करने का काम सरकार आने वाले दिनों में करने वाली है। इससे कैसे बेटियों को पढ़ाया जा सकेगा। सरकार को चाहिए कि गांव में स्कूलों की संख्या बढ़ाए लेकिन सरकार तो स्कूलों को मर्ज करने पर तुली हुई है। इस तरह के फैसलों को सहन नहीं किया जाएगा।
सरपंच प्रतिनिधि अनूप, अमरजीत, विनोद, रोहताश, ईश्वर जांगड़ा, सोनू ने कहा कि राइट टू एजुकेशन पॉलिसी के तहत एक किलोमीटर की दूरी से अधिक किसी भी प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थी को जाना न पड़े ये पॉलिसी है। हमारे गांव के दोनों प्राइमरी स्कूल एक किलोमीटर से अधिक की दूरी पर स्थित है।