प्रथम शर्मा/हप्र
झज्जर, 1 अक्तूबर
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को एक बार फिर कृषि कानूनों पर किसानों की नाराजगी झेलनी पड़ी। किसान हाथों में काले झंडे लेकर दुष्यंत चौटाला का विरोध करने पहुंचे थे। नेहरू कॉलेज में दुष्यंत का कार्यक्रम था। इसके लिए समय 11 बजे निर्धारित किया गया था। दुष्यंत के आने से पहले ही किसान काफी संख्या में यहां पहुंच गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को भांपते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया हुआ था। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा लगाया गया था। वाहनों का रूट डाइवर्ट किया गया था। बैरिकेड्स लगाकर किसानों को रोकने का प्रयास भी किया गया था। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम ने नेहरू कॉलेज के सभागार में सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्यों को बायो मीट्रिक यंत्र उपलब्ध कराए। इसके बाद कार्यक्रम का समापन कर दिया गया। यहां उनके साथ जजपा के जिलाध्यक्ष राकेश जाखड़, प्रदेश प्रवक्ता अजय गुलिया, प्रेस प्रवक्ता प्रीतम कुकडौला मौजूद रहे।
हिरासत में लिये, बाद में छोड़े
पुलिस के इंतजाम को धता बताते हुए किसान हाथों में काले झंडे लेकर पहुंचे किसानों में महिलाएं भी काफी संख्या में थीं। पुलिस ने इन्हें कैमलगढ़ गांव के पास रोक लिया। यहां पुलिस व किसानों के बीच आमना-सामना हुआ और पुलिस को हलका बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने किसानों को खदेड़ने के लिए वाटर केनन का प्रयोग किया लेकिन किसान शांत नहीं हुए। बाद मेें किसानों व पुलिस अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के दौरान फैसला लिया गया कि डिप्टी सीएम के आगमन के दौरान किसानों में से 15 किसान अपने हाथों में काले झंडे लेकर वहां विरोध के लिए पहुंचेंगे और वापस लौट आएंगे। हंगामा कर रहे कुछ किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इन किसानों को पुलिस ने डिप्टी सीएम का कार्यक्रम खत्म होने के बाद छोड़ दिया।