पानीपत,1 मार्च (निस)
भारतीय किसान यूनियन की मासिक बैठक किसान भवन में मंगलवार को जिला प्रधान सोनू मालपुरिया की अध्यक्षता में हुई। इसमें प्रदेश सरकार द्वारा 10 साल पुराने ट्रैक्टरों सहित अन्य डीजल से चलने वाले कृषि यंत्रों पर आगामी एक अप्रैल से लगाई जाने वाली पाबंदी का कड़ा विरोध किया गया। किसानों ने इसके विरोध में किसान भवन में सर छोटू राम की प्रतिमा के सामने खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बता दे कि प्रदेश सरकार द्वारा एनजीटी की सिफारिश पर एनसीआर क्षेत्र में 10 साल पुराने डीजल व 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों पर 1 अप्रैल से सख्ती करने का निर्णय लिया गया है। सोनू मालपुरिया ने कहा कि सरकार द्वारा 10 साल पुराने ट्रैक्टरों व कृषि यंत्रों पर पाबंदी लगाने का फैसला किसानों के खिलाफ है। इससे किसानों का भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कृषि क्षेत्र में ज्यादातर छोटे किसान हैं और सालभर में ट्रैक्टरों का बहुत कम इस्तेमाल होता है। जबकि ज्यादातर छोटे किसानों की आर्थिक हालात ऐसे नहीं है कि वे 10 साल में अपने ट्रैक्टरों को बदल सके। इसलिये भाकियू सरकार से मांग करती है कि किसानों के हक में इस कानून को ही रद्द किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इसको सख्ती से लागू करने का प्रयास किया तो भाकियू किसानों के साथ मिलकर सड़क पर उतरने को मजबूर होगी। इस दौरान जिला प्रधान सोनू मालपुरिया ने जिला कार्यकारिणी से जोगिंद्र टिटाना, दिलबाग आटा, रिशी त्यागी व जगबीर बबैल को पदमुक्त कर दिया। इस मौके पर दया सिंह पाथरी, प्रताप माजरा, मा. ईश्वर सिंह, सुनहरा खर्ब,दीपचंद आदि मौजूद रहे।
‘इस श्रेणी से बाहर हों कृषि यंत्र’
किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसानों द्वारा खेती में प्रयोग किए जाने वाले ट्रैक्टर सहित सभी कृषि यंत्रों को इस श्रेणी से ही बाहर किया जाए।