बल्लभगढ़, 6 फरवरी (निस)
हरियाणा भंडारण निगम के चेयरमैन एवं पृथला विधायक नयनपाल रावत ने कहा कि किसान आंदोलन विपक्षी व विदेशी शक्तियों के हाथों में चला गया है और यह शक्तियां भारत को कमजोर करना चाहती है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ट्विटर पर भी विदेशी इस मुद्दे को लेकर भड़काऊ टिप्पिणयां कर रहे हैं। चीन व कनाडा सहित कई विदेशी ताकतें पर्दे के पीछे रहकर किसान आंदोलन को अपने हाथों की कठपुतली बनाकर देश में अराजकता का माहौल फैलाना चाहते है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के रहते वे अपने नापाक इरादों में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे।
नयनपाल रावत शनिवार को अपने सेक्टर-15ए निवास पर पृथला क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आए किसानों को संबोधित कर रहे थे। किसान नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि कानूनों का समर्थन किया और चक्का जाम से अपना पल्ला झाड़ लिया। विधायक नयनपाल रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कभी ऐसा कोई कानून पास नहीं करेंगे, जो किसान, मजदूर, गरीब व पिछड़े वर्गों के हितों में न हो। मोदी-मनोहर ने सदैव देश व प्रदेश में ऐसे कानून लागू किए हैं, जिसने हर वर्ग को आर्थिक रूप से मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि पृथला व फरीदाबाद क्षेत्र में किसानों ने कोई चक्का जाम नहीं किया गया और जो लोग चक्का जाम कर रहे हैं, वह किसान नहीं बल्कि राजनीतिक दलों के लोग हैं जो माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
समाप्त होना चाहिये धरना
किसान नेताओं जगदीश तेवतिया जनौली, राजेश भाटी, रामनिवास नागर, दानी पूर्व सरपंच मोहना, अमीरचंद पन्हेड़ा कलां सहित कई किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जनहित के काम कर रहे हैं और वह तीनों ही कृषि कानूनों का समर्थन करते हैं। इन कृषि कानूनों से किसानों को कोई भी नुकसान नहीं है। जो लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं वे बहकावे में आ गए हैं। उनका मानना है कि जल्द ही इस धरने को समाप्त किया जाना चाहिए।