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नालों से अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम का विरोध

रोहतक, 1 जुलाई (हप्र) महम काठमंडी में पानी निकासी के लिए बनाए नालों का विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। नालों की खुदाई के लिए नगर पालिका प्रशासन 5 दिन से प्रयास कर रहा है लेकिन उसे सफलता...
महम में शनिवार को कार्रवाई के दौरान लोगों से बातचीत करते नगरपालिका अधिकारी। -हप्र
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रोहतक, 1 जुलाई (हप्र)

महम काठमंडी में पानी निकासी के लिए बनाए नालों का विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। नालों की खुदाई के लिए नगर पालिका प्रशासन 5 दिन से प्रयास कर रहा है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही। शनिवार को नालों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने वाली टीम का लोगों ने विरोध किया।

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गौर हो कि काठमंडी के आधा किलोमीटर मार्ग तक पानी निकासी के लिए दोनों तरफ नाले बनाए गए हैं। 600 मीटर के बाद एक तरफ से कुछ लोगों ने नालों को मिट्टी डालकर रोका हुआ है। उनका कहना है कि यह उनकी मलकीयत भूमि है। अपनी जमीन के अंदर से वे पानी निकासी के लिए बनाया गया नाला नहीं गुजरने देंगे। शनिवार को नगर पालिका सचिव व अन्य कर्मचारी नालों से अतिक्रमण हटाने और खुदाई के लिए जेसीबी लेकर काठमंडी पहुंचे। जैसे ही उन्होंने चबूतरे तोड़कर नालों से मिट्टी निकालने का प्रयास किया, वहां मौजूद लोगों ने विरोध जताते हुए जेसीबी की खुदाई रुकवा दी। सुरेश, मोनू, बिजेंद्र आदि ने बताया कि यह उनकी जमीन है। उनके पास रजिस्ट्री भी है।

उन्होंने कहा कि प्रशासन जबरदस्ती मलकीयत के अंदर से उनके चबूतरे तोड़कर पानी निकासी का नाला निकालना चाहता है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले एसडीएम, डीसी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी यहां आए थे। उन्होंने पैमाईश की तो सामने वाले मकान मालिकों ने रोड की जमीन कब्जाई मिली। उन्होंने 10 फीट तक दूसरी साइड के मकानों को तोड़कर पीछे हटाने के निशान लगाए। राजनीतिक संरक्षण के चलते निशानदेही वाले मकानों को पीछे नहीं करवाया जा रहा जबकि उनकी मलकियत की जमीन से प्रशासन अवैध रूप से नाला खुदाई करने पर तुला हुआ है।

‘दोबारा से पैमाइश के बाद होगी अगली कार्रवाई’

महम नगरपालिका सचिव नवीन नांदल ने बताया कि एक जगह नालों में मिट्टी डालकर उन्हें बंद किया हुआ है। ऐसे में पानी की निकासी नहीं हो रही। वे खुलवाने गए तो कुछ लोगों ने अपनी जमीनें बताते हुए नालों की खुदाई का विरोध किया। अब दोबारा से पेमाईश करवाने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।

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