कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 24 जुलाई
क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण में फैले भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए ऑपरेशन शुद्धि के तहत करीब पौने दो साल पहले किए गए नए प्रयोग के बाद ओवरलोडिंग वाहनों पर शिकंजा कसने के मामले में भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी ने टॉप किया है वहीं एचसीएस अधिकारी सबसे फिसड्डी साबित हुए हैं। सबसे टॉप जिलों में हिसार शामिल है जबकि फिसड्डी जिला फतेहाबाद है। इस दौरान हिसार में ओवरलोडिंग वाहनों के चालान से हुई वसूली की राशि फतेहाबाद में चालान की राशि से 117 गुणा ज्यादा है।
अक्तूबर, 2020 में प्रदेश सरकार ने एक आईएफएस, सात एचसीएस, छह एचपीएस (हरियाणा पुलिस सेवा), एक एचएफएस (हरियाणा वन सेवा) के अलावा रोजगार विभाग के दो अधिकारियों को अलग-अलग क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के सचिव पद पर तैनात किया था।
जनवरी, 2021 से जनवरी, 2022 तक ओवरलोडिंग वाहनों व अन्य नियमों की उल्लंघना पर किए गए अन्य चालान के मामले में हिसार सबसे शीर्ष पर है, जहां पर आईएफएस सुनील कुमार तैनात हैं। इस अवधि के दौरान हिसार में कुल सात हजार, 766 वाहनों के चालान कर उनसे 20 करोड़, 19 लाख, 93 हजार, 480 रुपये वसूले गए। दूसरे नंबर पर सोनीपत जिला रहा जहां पर एचसीएस अधिकारी मानव मलिक (अब मार्केटिंग बोर्ड में तबादला) ने कार्य किया। यहां पर चार हजार, 950 वाहनों के चालान कर उनसे 18 करोड़, 79 लाख, 53 हजार, 100 रुपये वसूले गए। तीसरे नंबर पर गुरुग्राम (यहां पर एचसीएस और एचपीएस रहे), चौथे नंबर पर यमुनानगर (एचसीएस) और पांचवें नंबर पर चरखी दादरी (यहां पर रोजगार विभाग के अधिकारी सचिव हैं) रहा।
इसी तरह टॉप-5 फिसड्डी जिलों में फतेहाबाद, पलवल, कैथल, सिरसा और पंचकूला शामिल हैं। सिरसा में एचपीएस और बाकी चार जिलों में एचसीएस अधिकारी नियुक्त हैं। फतेहाबाद ने तीन हजार, 517 वाहनों के चालान कर मात्र 17 लाख, 18 हजार, 800 रुपये की वसूली की गई है।
24 घंटे होती है चैकिंग, हर दिन नई टीम
हिसार के आरटीए सचिव आईएफएस सुनील कुमार ने बताया कि यहां पर टीम 24 घंटे वाहनों की चैकिंग करती है और हर दिन नई टीम गठित की जाती है। टीम के साथियों को ही नहीं पता होता कि उनकी ड्यूटी कहां लगाई जाएगी। इसके अलावा टीम की लोकेशन शेयर करने के लिए कई व्हाट्सएप ग्रुप बने हुए थे, पुलिस की मदद से उनको भी पकड़ा गया। इसके अलावा चालान टीम का साप्ताहिक आकलन भी होता है।