जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 30 अप्रैल
हरियाणा से लोकसभा में किसी रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की पहले एंट्री भिवानी से चौधरी राम नारायण सिंह की हुई थी। चौधरी राम नारायण सिंह 1987 में हुए लोकसभा उपचुनाव में भिवानी से चौधरी देवीलाल की पार्टी लोकदल की टिकट पर लोकसभा सांसद चुने गए थे। उनका कार्यकाल भले ही लगभग 2 साल का रहा, लेकिन वह हरियाणा से ऐसे पहले रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बने, जिन्होंने लोकसभा में एंट्री की।
उनके बाद 1996 और 1999 में करनाल से भाजपा की टिकट पर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी आईडी स्वामी सांसद बने। 1999 में उन्होंने पूर्व सीएम भजनलाल को करनाल के चुनावी दंगल में पराजित किया था, और वह वाजपेयी सरकार में गृह राज्य मंत्री बने थे। हरियाणा से तीसरे रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बृजेंद्र सिंह रहे, जो सांसद बने। 2019 में बृजेंद्र सिंह ने हिसार से भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था और वह दुष्यंत चौटाला को पराजित कर लोकसभा में पहुंचे थे।
हरियाणा से जो तीन रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अब तक लोकसभा में पहुंचे हैं, उनमें दो बार लोकसभा में पहुंचने का रिकॉर्ड आईडी स्वामी के नाम है। उनके अलावा दूसरा कोई रिटायर्ड आईएएस अधिकारी दूसरी बार लोकसभा में नहीं पहुंच पाया। 25 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में हिसार से कांग्रेस टिकट पर पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह की मजबूत दावेदारी थी, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश को प्रत्याशी बनाकर बृजेंद्र सिंह के दूसरी बार लोकसभा में हिसार से एंट्री का रास्ता पहले ही बंद कर दिया।
हिसार से कांग्रेस टिकट की लाइन में एक और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी चंद्रप्रकाश भी थे, मगर वह भी जेपी से टिकट की लड़ाई हार गए। भिवानी से सांसद बने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी रामनारायण सिंह ने एक बार सांसद बनने के बाद दोबारा चुनाव लड़ा ही नहीं था। हरियाणा से जो 3 रिटायर्ड आईएएस अधिकारी लोकसभा में पहुंचे हैं, उनमें से 2 का जींद से सीधा रिश्ता रहा है। भिवानी से सांसद बने चौधरी रामनारायण सिंह जींद में डीसी के पद पर तैनात रहे थे। 2019 में हिसार से भाजपा टिकट पर सांसद बने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बृजेंद्र सिंह जींद जिले के उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र से हैं।