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Online Fraud : करोड़ों रुपये की अंतर्राज्यीय ऑनलाइन ठगी करने वाले 4 आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार

168 एटीएम कार्ड, 68 सिम कार्ड, 50 चेकबुक, 46 पासबुक, 15 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 13 फर्जी मोहरे और 2 बिल बुक बरामद
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फतेहाबाद, 8 जुलाई (मदन लाल गर्ग/ हप्र)

Online Fraud : साइबर पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक अंतर्राज्यीय संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बड़ी मात्रा में सामान बरामद किया है।

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पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 168 एटीएम कार्ड, 68 सिम कार्ड, 50 चेकबुक, 46 पासबुक, 15 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 13 मोहरे और 2 बिल बुक बरामद की हैं। ये सभी सामग्री फर्जी खातों और लेन-देन के संचालन के लिए प्रयोग की जा रही थी।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो सगे भाई

साहिल व मानव के अलावा यश कुमार तथा साइबर ठगो को अपना खाता उपलब्ध करवाने वाला बालकिशन शामिल है। उपरोक्त सभी आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं। मंगलवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एस पी सिद्धांत जैन ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह गिरोह हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में अब तक सैकडो लोगो से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके है।

इनमें गिरफ्तार आरोपी बालकिशन के बैंक खाते की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि सिर्फ तीन दिन में उसके खाते में 40 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर हुई है। यह रकम ठगी की ही प्रतीत हो रही है, जिसकी गहन जांच की जा रही है। अन्य आरोपियों के खातों की भी विस्तृत जांच जारी है ताकि इनके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके।

उन्होंने बताया कि फतेहाबाद के राजीव कुमार ने उससे दस हजार की ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज करवाया था। जिसकी जांच करते हुए पुलिस उक्त गिरोह तक पहुंची। उन्होंने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों, बैंक लेन-देन विवरण और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई और उन्हें दिल्ली स गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये आरोपी सोशल मीडिया, मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स के जरिए आमजन को फंसाकर ठगी करते थे।

पुलिस द्वारा आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है। आज इन्हें अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और अपराध के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले की जांच में यदि खाते खोलने में किसी बैंक कर्मचारी की मिलीभगत मिली तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।

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