अजय मल्होत्रा/हप्र
भिवानी, 2 जनवरी
ऑनलाइन व्यापार आज देश के खुदरा व्यापार को पूरी तरह निगल चुका है। गृह मंत्रालय की एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार आज वर्तमान में प्रतिदिन 47 से अधिक व्यापारी आत्महत्या कर रहे हैं। 2008 में ऑनलाइन व्यापार 200 करोड़ रुपए का था। आज 2021 मार्च तक यह व्यापार 525000 लाख हजार करोड़ का पहुंच गया है, जिससे आज पूरे देश में खुदरा व्यापार की 6 प्रतिशत दुकान बंद हो गई है और 14 प्रतिशत कुटीर उद्योग भी बंद हो गए हैं। यह बात आज राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने स्थानीय भगवती निवास धर्मशाला में आयोजित हरियाणा प्रांतीय अधिवेशन में कही। प्रदेशभर से आये व्यापारियों एवं ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिती में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके उपरांत व्यापारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि आरबीआई द्वारा 2018 में 161328 करोड़, 2019 में 236265 करोड़, 2020 में 234170 करोड़, 2021 में 202781 करोड़, रुपए राइट ऑफ (माफ) कर दिया गया।
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि बात छोटे व्यापारियों की हो या उद्योगपतियों की आज स्थिति यह है कि व्यापारी का सिर्फ उत्पीड़न ही बचा है। उन्हें न तो सस्ता कर्ज दिया जा रहा है और न ही ब्याज माफी। प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग ने कहा कि राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन आज प्रदेश के कोने-कोने में फैल चुका है और दलगत राजनीति से दूर सिर्फ और सिर्फ व्यापारी भाइयों के हकों के लिए लड़ रहा है। प्रदेश उपाध्यक्ष देवराज मेहता ने कहा कि ने कहा कि सरकार की नीतियों की वजह से आज छोटे दुकानदार आर्थिक रूप से कमजोर होकर बेरोजगार हो गये हैं।