रोहतक, 18 जुलाई (हप्र/निस)
हिसार प्रकरण में किसान संगठनों द्वारा दिया जा रहा धरना शनिवार रात दोनों पक्षों में हुई सुलह के बाद करीब 1 बजे समाप्त हो गया। खास बात यह रही कि इस प्रकरण में न पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने माफी मांगी और न ही किसान झुके। जिला प्रशासन, किसान संगठनों, शहर के प्रबुद्ध लोगों एवं भाजपा नेताओं की मौजूदगी में सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई। इस दौरान एक पक्ष ने बड़प्पन दिखाते हुए सिर पर हाथ रख दिया तो दूसरे ने भी आदर देते हुए दूसरे पक्ष की महिला के चरण स्पर्श किए और सारे गिले शिकवे दूर हो गए। दिलचस्प बात यह रही कि पिछले 5 दिनों से दोनों पक्षों द्वारा दिए इस मामले को प्रतिष्ठा का सवाल बना कर दिये जा रहे बयानों के विपरीत दोनों ओर से सूझ-बूझ का परिचय देते हुए बातचीत के दौरान इस विवादास्पद मुद्दे का जिक्र ही नहीं किया गया।
पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर शनिवार रात करीब 11:15 बजे कैनाल रेस्ट हाउस में पहुंचे। इससे पहले प्रशासन, भाजपा नेताओं व किसान संगठनों में चर्चा हो चुकी थी। धरने को लेकर शहर के लोगों को हो रही है असुविधा और वातावरण में घुलती कड़वाहट को देखते हुए न किसान इसे लंबा खींचना चाहते थे न भाजपा नेता और न ही प्रशासन।
बताया जा रहा है कि मनीष ग्रोवर के बैठक में पहुंचने के बाद बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ भाजपा महिला नेता ने हिसार से आई आरोप लगाने वाली महिला व उनके साथ मौजूद बुजुर्ग महिला से कहा कि मनीष ग्रोवर तो आपके छोटे भाई के समान हैं, जिस पर महिला ने बड़प्पन दिखाते हुए ग्रोवर के सिर पर हाथ रख दिया, वहीं, पूर्व मंत्री ने भी महिला को आदर देते हुए उनके पैर छुए और मामला खत्म हो गया।
दोनों पक्षों में सुलह के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। पुलिस प्रशासन ने रात को ही मौके से बेरिकेड हटा दिए। इस दौरान प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के अलावा एसडीएम राकेश सैनी, डीएसपी गोरख पाल व सज्जन कुमार, किसान नेता इंदरजीत, प्रीत सिंह राजू, सुमित दलाल, भाजपा जिला अध्यक्ष अजय बंसल, पार्टी नेता सतीश नांदल, प्रतिभा सुमन, राजरानी शर्मा व अन्य मौजूद रहे।
किसान नेता बोले-मामले का हुआ निपटारा
शनिवार रात पौने एक बजे बैठक के बाद बाहर आए किसान नेता कामरेड इंद्रजीत ने कहा कि हिसार प्रकरण को लेकर जो विरोध प्रदर्शन चल रहा था, उसमें पूर्व मंत्री ग्रोवर व किसानों की ओर से अपनी बात रखी गई। उन्हाेंने कहा पूर्व मंत्री ने माताओं, बहनों के पैर छुए, आशीर्वाद लिया। इस तरह प्रकरण का पटाक्षेप हो गया। वहीं, भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में वरिष्ठ नेता सतीश नांदल ने कहा कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में मामले का निपटारा हुआ है। किसान नेता राजू मकड़ौली ने कहा कि 19 जुलाई को प्रस्तावित महापंचायत अब नहीं होगी।