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One Nation-One Election: संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष वन नेशन-वन इलेक्शन पर प्रबुद्ध नागरिकों का समर्थन

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 18 जून One Nation-One Election: एक राष्ट्र-एक चुनाव (वन नेशन-वन इलेक्शन) विषय विचार-मंथन के लिए संयुक्त संसदीय समिति के सामने हरियाणा के प्रबुद्ध नागरिकों ने भी अपने विचार रखे। प्रदेश के विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठित नागरिकों...
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 18 जून

One Nation-One Election: एक राष्ट्र-एक चुनाव (वन नेशन-वन इलेक्शन) विषय विचार-मंथन के लिए संयुक्त संसदीय समिति के सामने हरियाणा के प्रबुद्ध नागरिकों ने भी अपने विचार रखे। प्रदेश के विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठित नागरिकों ने वन नेशन-वन इलेक्शन मुहिम का समर्थन किया है। उनका कहना है कि इससे देश पर आर्थिक बोझ कम होगा और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता व स्थिरता आएगी।

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ज्वाइंट पार्लियामेंट कमेटी ने न्यू चंडीगढ़ में हरियाणा के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के अलावा समाज के विभिन्न वर्गों के साथ भी इस मुद्दे पर संवाद किया। इनमें विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, जनप्रतिनिधि, चिकित्सा और खेल जगत से जुड़ी हस्तियां भी शामिल रहीं। अधिकांश प्रतिभागियों ने वन नेशन-वन इलेक्शन की अवधारणा पर गंभीर चिंतन करते हुए अपने विचार प्रस्तुत किए।

प्रतिभागियों ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव से समय, संसाधन और धन की बचत होगी। चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और स्थिरता आएगी। इस पहल का उद्देश्य लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की प्रक्रिया को अपनाकर संसदीय प्रणाली को अधिक प्रभावशाली, पारदर्शी और व्यावहारिक बनाना है।

प्रतिभागियों ने एकमत से कहा कि "एक राष्ट्र-एक चुनाव’ एक सकारात्मक कदम है। इससे न केवल बार-बार होने वाले चुनावों पर होने वाले भारी खर्च में कमी आएगी, बल्कि इससे प्रशासनिक व्यवस्था पर भी अनावश्यक दबाव कम होगा और विकास कार्यों में तेजी आएगी। इससे देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता को भी बल मिलेगा। संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष सांसद पीपी चौधरी ने प्रतिभागियों के विचारों को गंभीरता से सुना और कहा कि समिति सभी सुझावों का निष्पक्ष मूल्यांकन करेगी।

समिति का उद्देश्य व्यापक संवाद के माध्यम से एक समावेशी और व्यवहार्य समाधान तैयार करना है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करते हुए देश की प्रशासनिक और चुनावी प्रणाली को अधिक सक्षम बना सके। बैठक में संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य अनुराग ठाकुर, ईटी मोहम्मद बशीर, चंदन चौहान, मनीश तिवारी, डॉ. संजय जायसवाल, टीएम सेल्वागणपति, सुश्री कविता पाटिदार और भुबनेश्वर कालिता ने भी अपने विचार रखे। बैठक में हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिष्ठित नागरिकों ने भाग लिया। इनमें तेजिंदर वालिया, प्रोफेसर ऋषिपाल, डॉ. महाबीर सिंह गुड्डु, खिलाड़ी लक्ष्य श्योराण, शिवानी कटारिया, हरविंदर सिंह, डॉ. संतराम देशवाल, समाजसेवी सुभाष डिगाना, डॉ. मंजू शर्मा तथा सुदेश शर्मा शामिल रहे।

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