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वैलेंटाइन डे, बसंत पंचमी पर पहुंचे एक लाख पर्यटक

राजेश शर्मा/हप्र फरीदाबाद, 14 फरवरी 37वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला अब पूरी रंगत में नजर आने लगा है। बुधवार को कार्यालयों में बसंत पंचमी पर अवकाश व वैलेन्टाइन डे के चलते लगभग एक लाख पर्यटक पहुंचे। वहीं अब तक लगभग...

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सूरजकुंड मेले में बुधवार को वैलेंटाइन डे के अवसर पर उमड़ा जनसैलाब। -हप्र
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राजेश शर्मा/हप्र

फरीदाबाद, 14 फरवरी

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37वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला अब पूरी रंगत में नजर आने लगा है। बुधवार को कार्यालयों में बसंत पंचमी पर अवकाश व वैलेन्टाइन डे के चलते लगभग एक लाख पर्यटक पहुंचे। वहीं अब तक लगभग 9 लाख पर्यटक मेले का आनंद उठा चुके हैं।

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मेले में पहुंच रहे पर्यटकों का एक ओर जहां मुख्य चौपाल एवं छोटी चौपाल पर देशी-विदेशी कलाकार अपनी शानदार प्रस्तुतियों से मनोरंजन कर रहे हैं, वहीं हर ब्लाक के नुक्कड़ पर कलाकार अनेकता में एकता का संदेश भी दे रहे हैं।

छोटी चौपाल पर कलाकारों ने हिंदी और हरियाणवी गीतों पर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। हरियाणवी कलाकारों ने अपने भजनों व नृत्य कला से छोटी चौपाल में समां बांध दिया। पर्यटक भी शिल्पकारों के हुनर और कलाकारों की प्रस्तुतियों को देखकर पूरा लुत्फ उठा रहे हैं।

बसंत पंचमी पर मेले की मुख्य चौपाल पर थीम स्टेट गुजरात की धरा सुरेंद्र नगर जिले से मालधारी रास मंडल ने हुड़ो रास अर्थात छतरी डांस की शानदार प्रस्तुति से चौपाल पर बैठे सभी पर्यटकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वर्ष 2012 में ये कलाकार मलेशिया में भी अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। चौपाल पर एक ओर जहां किर्गिस्तान से आए कलाकारों ने अपने देश की समृद्ध संस्कृति से लोगों को अवगत करवाया, वहीं दूसरी ओर मालावी की मशहूर गायक मैगीकैप्ट्रन ने अपने देश की खुशहाली के गीत प्रस्तुत किए। जिम्बाब्वे के कलाकारों ने किसान की अच्छी फसल होने पर गाए जाने वाले गीत व डांस की मनमोहक प्रस्तुति दी।

गाम्बिया के कलाकारों ने डिजिटल वाद्ययंत्रों के साथ अपना फोक कल्चर मैनेकिरा गीत प्रस्तुत किया। मुख्य चौपाल पर कोमोरोस के बेनिडाज ग्रुप ने शादी विवाह के मौके पर खुशियों के पलों वाले गीत ओमाहीयाये ओमाहीये ओमेपाले के साथ नृत्य की जोरदार प्रस्तुति दी। बोतस्वाना के कलाकारों ने हुसाना डांस, सिटापा डांस तथा टोगो देश के कलाकारों ने खुशियों के अवसर पर कुंवारी लड़कियों द्वारा किए जाने वाले जिफोर डांस की प्रस्तुति दी।

परिक्रमा बैंड दिल्ली के नाम रही सांस्कृतिक संध्या

बसंत पंचमी पर 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले की सांस्कृतिक संध्या प्रसिद्ध परिक्रमा बैंड दिल्ली के नाम रही। कार्यक्रम की शुरुआत विख्यात कलाकार सुबिर मलिक और उनके परिक्रमा बैंड की टीम ने की। सुबिर मलिक की टीम ने संगीत पर चौपाल पर बैठे दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। मुख्य चौपाल के माध्यम से सुबिर मलिक की टीम के बैंड के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर सबको गुनगुनाने पर मजबूर कर दिया। बता दें कि 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में 50 देशों के शिल्पकार और कलाकार भाग ले रहे हैं। पार्टनर कंट्री तंजानिया है और थीम स्टेट गुजरात तथा सास्कृतिक कार्यक्रमों में पार्टनर के रूप में नार्थ ईस्ट अर्थात अष्ट लक्ष्मी प्रांतों के कलाकारों द्वारा भागीदारी की गई है।

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