पहरावर धाम के बहाने सहकारिता मंत्री ने साधे एक तीर से कई निशाने
रोहतक, 30 मई
देश, प्रदेश व समाज में अपनी शैक्षणिक क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाली 120 साल पुरानी गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा, रोहतक के तीसरे कैम्पस में 36 बिरादरी की एकजुटता, रिकार्डतोड़ भीड़, 50 साल बाद संस्था के नए कैम्पस में 5 शैक्षणिक व विकास परियोजनाओं के शिलान्यास मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से करवाते हुए न केवल उन्हें ऐतिहासिक पलों का गवाह बनाया, अपितु बहुचर्चित पहरावर को अब पहरावर धाम के तौर पर विकसित करने की घोषणा करते हुए समालोचकों के मुंह पर ताले लगाने का काम किया।
हरियाणा में भाजपा सरकार के गठन के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सन्त-महापुरुष सम्मान व विचार प्रसार योजना के तहत सन्त-महापुरुषों की जयन्तियों को सरकारी स्तर पर मनाने का निर्णय लिया गया था। इस परंपरा में शुक्रवार को पहरावर में भगवान परशुराम जन्मोत्सव का राज्य स्तरीय समारोह राजनीतिक, सामाजिक व शैक्षणिक तौर पर विशिष्ट रहा। राज्य स्तरीय समारोह की तैयारियों के दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली द्वारा कार्यक्रम की सफलता के लिए सर्व समाज की तरफ से सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा को संयोजक नियुक्त किया गया था।
इस जिम्मेदारी के तुरंत बाद ही सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव के प्रदेश के विभिन्न जिलों में घूमकर न्यौते देने शुरू कर दिए थे। उन्होंने न केवल अलग-अलग जिलों में समाज, संगठन के लोगों के साथ बैठकें की, अपितु सोनीपत, करनाल, पानीपत, रोहतक, झज्जर, जींद में अपने पुराने सहयोगियों को भी सक्रिय किया। इन दौरों की बदौलत पहली बार सन्त-महापुरुष जयंती समारोह में भारी जनसमूह उमड़ा, जिसके चलते पंडाल छोटा रह गया।
कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने इस आयोजन को सर्वजातीय बनाकर 36 बिरादरी को अपने साथ लेकर चलने और सैनिकों व शहीदों के सम्मान को यह कार्यक्रम समर्पित करते हुए जन-जन को एक विशिष्ट सन्देश दिया। प्रदेश के अलग-अलग कोनों से आए विप्र व सर्व समाज को सम्मान देते हुए उनका भरोसा जीता। कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने पहरावर को लेकर निरन्तर राजनीतिक प्रतिद्वंदता और श्रेय लेने की लड़ाई को सबको साथ लेकर चलने की भावना के साथ खत्म कर दिया। मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने न केवल 50 साल बाद गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा के तीसरे कैम्पस में नई परियोजनाओं को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के हाथों शिलान्यास करवाते हुए उनका दिल जीता, अपितु ब्राह्मण समाज को महसूस करवाया कि संस्था को मजबूत बनाने में वो बिल्कुल भी पीछे नहीं रहेंगे।