रोहतक, 23 फरवरी (निस)
डेंटल सर्जन की मौत के मामले में परिजनों ने डॉ. अम्बेडकर चौक पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने। परिजनों का आरोप है कि डेंटल सर्जन ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या कर शव फंदे पर लटकाया गया है। इस दौरान परिजनों व पुलिस के बीच जमकर कहासुनी भी हुई। परिजन मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। दरअसल राजेन्द्र नगर निवासी देवेन्द्र पीजी के एंट्रेस एग्जाम की तैयारी करने के लिए पीजीआईएसएस की लाइब्रेरी में आता था। साथ ही डेंटल कॉलेज में प्रेक्टिस भी कर रहा था। लाइब्रेरी में आते हुए अकसर पीजीआई के यूजी हॉस्टल में अपने जूनियर छात्रों के पास आता जाता था। मंगलवार शाम को हॉस्टल के कमरे में देवेन्द्र का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर लटका मिला। पुलिस को मौके से दो पेज के सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें देवेन्द्र ने एक युवती व युवक का भी जिक्र किया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और इस बारे में परिजनों को भी सूचित किया। परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और घटना को लेकर संदेह जताते हुए कई सवाल उठाए। परिजनों का कहना है कि देवेन्द्र ने आत्महत्या नही की बल्कि उसकी हत्या कर शव को फंदे पर लटकाया गया है।
बुधवार सुबह पुलिस की मौजूदगी में डाक्टरों की टीम ने देवेन्द्र के शव का पोस्टमार्टम किया। परिजनों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि पुलिस ने जल्दबाजी में उन्हें बिताए ही शव का पोस्टमार्टम करवाया है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। बाद में जिला प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को उचित जांच का आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजनों ने जाम खोल दिया।