जगाधरी, 13 जुलाई (निस)
जगाधरी आदि इलाकों में बुधवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर पर मंदिरों व आश्रमों को भव्य रूप देकर सजाया गया था। अल सुबह से ही मंदिरों व आश्रमों में भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया था। प्राचीन श्री शिवशक्ति आश्रम जगाधरी, प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर, श्री हनुमान मंदिर खारवन, प्राचीन श्री गौरीशंकर मंदिर जगाधरी, श्री पातालेश्वर महादेव मंदिर बूडिया, शिवानंद आश्रम यमुनातट लाकड़, श्री हनुमान मंदिर कल्याण नगर जगाधरी, प्राचीन शिव मंदिर भटली आदि में आयोजित समारोह में शिष्यों ने गुरु का तिलक कर आशीर्वाद लिया। भक्तों ने गुरुओं की आरती कर मंगल गीत गाए। डा. गुणीप्रकाश चैतन्य ने कहा कि गुरु की महिला अपार है। गुरु मोक्ष की राह दिखाता है। इस अवसर पर शिवानंद जी महाराज, आचार्य त्रिलोक नाथ, रमेश बाबा, जयपाल सिंह, पंडित मदन कुमार, सोनू जैलदार, शक्ति सिंह जैलदार, संजीव गर्ग, अमित गोयल, मोनू जैलदार, सतीश सैनी आदि मौजूद रहे।
साईं संध्या का आयोजन

कैथल (हप्र) : साईं मंदिर में गुरु पूर्णिमा का पावन त्योहार बड़ी श्रद्धा और उत्साह से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने साईं बाबा की प्रतिमा को दूध, दही, शहद से स्नान करवाया और साई बाबा का महाअभिषेक करवा कर पूजा-अर्चना की। साई बाबा को अपना गुरु मानते हुए श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना के लिए नारियल, फल, मिठाइयां, वस्त्र भेंट किये। साईं मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित विकास लेखवार ने कहा कि हिन्दू ग्रंथों में भी यह उल्लेख है कि इंसान के जीवन मे गुरु के बिना गति नहीं है, इसलिये हर इंसान को अपने जीवन को सफल और सुखी बनाने के लिए गुरु अवश्य धारण करना चाहिए। शाम को मंदिर प्रांगण में साईं संध्या का आयोजन किया गया और भंडारा लंगर लगाया गया।