नारनौंद, 24 अप्रैल (निस)
पेरिस ओलंपिक के लिए भारत को महिला कुश्ती के 57 किलोग्राम भार वर्ग में कोटा दिलाने वालीं पहलवान अंशु मलिक का शहीद भगत सिंह कुश्ती इंटरनेशनल एकेडमी, मिर्चपुर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।
अंशु मलिक ने बताया कि 19 से 21 अप्रैल तक किर्गिस्तान में आयोजित चैंपियनशिप में उन्होंने चीन की पहलवान को हराकर ओलंपिक कोटा प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए वह पिछले कई साल से लगातार मेहनत कर रही हैं। अबकी बार गोल्ड मेडल जीतकर देश की झोली में डालने का लक्ष्य है। इसके लिए वह हर रोज तीन घंटे सुबह और तीन घंटे शाम को कड़ा अभ्यास करती हैं। कोच से स्पेशल दांव पेंच सीख रही हैं।
अंशु के पिता धर्मवीर मलिक ने बताया कि वह भी अपने समय में पहलवान रहे हैं। ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना उनकी बेटी पूरा करेगी, इसके लिए वह कड़ा अभ्यास कर रही है। उसकी माता भी उसके साथ रहकर हौसला बढ़ाती हैं। खाने में भी स्पेशल ध्यान रखा जाता है। दूध, दही के साथ चूरमा भी उसे बहुत पसंद है।
कोच अजय ढांडा ने बताया कि अंशु मलिक काफी मेहनती खिलाड़ी है। उसकी मेहनत को देखते हुए अबकी बार ओलंपिक में गोल्ड मेडल पक्का है। वह बहुत बारीकी से हर दांव को सीख रही है। सामने वाली पहलवान को कैसे मात देनी है, इस पर काफी बारीकी से काम किया जा रहा है।