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HKRN पोर्टल पर 432 कर्मियों का अनुभव अपलोड करने को लेकर फंसा आधिकारिक पेंच

इकबाल सिंह शांत/निस, डबवाली, 7 जुलाई Haryana News: सेवा अधिकार के लिए संघर्षरत एचकेआरएन कर्मियों के लिये कदम-कदम पर दिक्कतें खड़ी हैं। एचकेआरएन कर्मियों का अनुभव अपलोड करने हेतु खुले पोर्टल पर जनस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का अधिकारिक पेंच फंस...
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इकबाल सिंह शांत/निस, डबवाली, 7 जुलाई

Haryana News: सेवा अधिकार के लिए संघर्षरत एचकेआरएन कर्मियों के लिये कदम-कदम पर दिक्कतें खड़ी हैं। एचकेआरएन कर्मियों का अनुभव अपलोड करने हेतु खुले पोर्टल पर जनस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का अधिकारिक पेंच फंस गया है। विभाग के कार्यकारी अभियंता कार्यालय मंडल डबवाली द्वारा अनुभव दुरुस्ति/अपलोड करने के लिये इन कर्मियों के दस्तावेजी तथ्य मांग लिए हैं, जिससे खफा के डबवाली मंडल के अधीनस्थ उपमंडलों के एचकेआरएन कर्मियों ने सोमवार को डबवाली जनस्वास्थ्य यांत्रिकी कार्यालय के समक्ष धरना दिया। इसमें मंडल के बड़ी संख्या में एचकेआरएन कर्मियों ने हिस्सा लिया व अपनी मांगों के लिए जोरदार प्रदर्शन किया।

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बता दें कि जनस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, मंडल डबवाली  में करीब 432 एचकेआरएन कर्मी बताये जाते हैं, जिनमें लगभग अनुभव आंकड़े पोर्टल पर दर्ज किए जाने हैं। हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने एचकेआरएन कर्मियों की मांग पर एक पखवाडा पूर्व पत्र जारी करके कार्यकारी अभियंताओं को पोर्टल के अख्तियार जारी किये हैं।

धरनारत कर्मियों का आरोप है कि अधिकारियों ने पूर्व में पोर्टल पर अपनी मनमर्जी से कर्मियों के अनुभव आंकड़े दर्ज कर रखे हैंI जिसके चलते मंडल के सैंकड़ों एचकेआरएन कर्मी उनके सेवा अधिकार से वंचित हो जाएंगे व उनका आर्थिक भविष्य अंधकार में लिप्त हो जाएगा।

मामले का बड़ा पेच है कि वर्ष 2022 से पूर्व जनस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, मंडल कार्यालय में ठेकेदार व सम्बंधित एजेंसी द्वारा जॉब वर्क करवाया जाता था। ठेकेदार व सम्बंधित एजेंसी द्वारा सभी कच्चे कर्मियों को प्रति माह नकद वेतन दे दिया जाता था, इन परिस्थितियों में विभाग उस दौरान का कोई रिकॉर्ड उसके पास होने से इंकार कर रहा है।

धरने को संबोधित करते हरियाणा पीडब्लूडी मेकेनिकल वर्कर यूनियन (रजि 41) के प्रांतीय संगठन सचिव रघुवीर सिंह व स्थानीय शाखा के प्रधान मनमोहन सिंह सुंधा ने कहा कि पोर्टल खुलने पर यूनियन के शिष्टमंडल द्वारा कार्यकारी अभियंता से 1 जुलाई 2022 से पूर्व का अनुभव रिकार्ड दर्ज करने का अनुरोध किया गया था, जबकि कार्यकारी अभियंता ने 2 जुलाई को पत्र क्रमांक 7919 जारी कर दस्तावेजी तथ्य मांग लिएI उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी वर्ग का रवैया एचकेआरएन कर्मियों के भविष्य खराब करने की राह पर है।

कर्मचारी नेताओं ने बताया कि 1 जुलाई 2022 से पूर्व सभी कार्यरत वेरीफाई कच्चे कर्मचारियों को मासिक वेतन सम्बंधित दस्तावेज व् हाजरी कनिष्ठ अभियंता व् उपमण्डल अभियन्ता द्वारा जॉब वर्क के मार्फ़त दिया जाता था।  किसी भी विभाग में कार्यरत कच्चे कर्मचारी का ईपीएफ, ईएसआईं मेडिकल व् अन्य भत्तों की पूर्णतय जुम्मेवारी सम्बंधित विभाग की होती है, न कि कर्मचारी की।

प्रेस सचिव ख़ुशी मोहम्मद ने कहा कि नियमानुसार कर्मचारियों को नियुक्त करने वाली एजेंसी व् ठेकेदार ही उनके ईपीएफ, ईएसआईं अन्य भत्ते देने के लिए पाबन्द होता है। उसके द्वारा ईपीएफ, ईएसआईं जमा न करवाने की सूरत में विभाग द्वारा सम्बंधित एजेंसी व् ठेकेदार को जमा करवाने के लिये निर्देश दिए जाते हैं। एचकेआरएन कर्मी नेताओं ने धरने को संबोधित करते कहा कि रिकार्ड, विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता, उपमण्डल अभियन्ता या उपमण्डल कार्यालय के पास है। कार्यकारी अभियंता द्वारा यूनियन से तथ्य रिकॉर्ड की मांग तर्कहीन है।

धरने में प्रांतीय संगठन सचिव रघुवीर सिंह, प्रांतीय प्रेस सचिव विनोद कुमार, जिला कोषाध्यक्ष संदीप कुमार, ब्रांच सचिव राजेश कुमार, ब्रांच कोषाध्यक्ष साहिब राम, वरिष्ठ उप प्रधान ब्रिज लाल, राज कुमार फिटर, उप प्रधान दिनेश, धन्ना राम, हेम राज डाबला, सोनू, भीम सैन, प्रेस सचिव ख़ुशी मोहम्मद, मुख्या सलाहकार बाबू सिंह, संगठन सचिव सतीश कुमार, राय साहब, प्रचार सचिव बनारसी दास, राजेश(बबलू), सुरेंदर, शाखा कालांवाली से चैमेन सुनील कुमार, प्रधान मंजीत सिंह, केशियर राज कुमार, और सचिव बाजा सिंह सभी पदाधिकारी उपस्थित थेI

वहीं, जनस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, उपमंडल डबवाली के एसडीओ  विशाल ज्याणी का कहना है कि पोर्टल पर कर्मियों का अनुभव रिकार्ड तथ्यगत पुष्टि के उपरांत दर्ज किया जा सकेगा। विभाग ने ठेकेदार को कार्य दिए थे, ऐसे में विभाग के पास रिकॉर्ड कोई औचित्य नहीं है।

 

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