दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 अक्तूबर
हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग अब बरोदा (सोनीपत) उपचुनाव की तैयारियों में जुट गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के अंतर्गत बरोदा सीट के लिए वोटिंग 3 नवंबर को होगी। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने इस मुद्दे पर सोमवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने सोनीपत जिला प्रशासन को भी उपचुनाव को लेकर हिदायतें जारी की हुई हैं।
राजनीतिक रूप से सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन के अलावा विपक्षी दलों कांग्रेस व इनेलो के लिए जहां यह उपचुनाव काफी अहम है वहीं निर्वाचन आयोग के सामने भी कई तरह की चुनौतियां हैं। सबसे बड़ी चुनौती कोरोना काल में उपचुनाव को संपन्न कराने की है। चुनाव आयोग ने तय किया है कि मतदान और मतगणना वाले दिन उपचुनाव में ड्यूटी देने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी पीपीई किट में ड्यूटी देंगे।
इतना ही नहीं, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए चुनावी सभाओं में भीड़ जुटाने पर भी रोक रहेगी। बड़ी रैली और जनसभाएं इस उपचुनाव में नहीं हो सकेंगी। इतना ही नहीं, नामांकन-पत्र भरने की प्रक्रिया भी डिजिटल प्लेटफार्म पर होगी। आमतौर पर नामांकन-पत्र दाखिल करते समय भी उम्मीदवार भारी-भरकम भीड़ के साथ निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में जाते रहे हैं, लेकिन इस बार नामांकन-पत्र जमा करवाते समय शक्ति प्रदर्शन नहीं हो सकेगा। आयोग ने न केवल नामांकन-पत्र को ऑनलाइन भरने का प्रावधान किया है बल्कि जमानत राशि भी ऑनलाइन ही जमा होगी। साथ ही, यह विकल्प भी रहेगा कि प्रत्याशी खुद जाकर निर्वाचन अधिकारी के पास आवेदन फार्म जमा करवा सकेंगे ताकि किसी तरह की तकनीकी दिक्कत है तो उसे दूर किया जा सके। पौन 2 लाख से अधिक मतदाता बरोदा के उपचुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
एक सेंटर पर होंगे 1000 वोटर
आमतौर पर एक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1500 मतदाता मतदान कर सकते थे, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार 1000 से अधिक मतदाताओं का पोलिंट स्टेशन नहीं बनेगा। सभी मतदान केंद्रों पर कार्यरत स्टॉफ पीपीई किट में तैनात रहेगा। इतना ही नहीं, वोट डालने आने वाले सभी मतदाताओं की थर्मल स्केनिंग होगी। हर किसी के लिए मॉस्क लगाना अनिवार्य होगा।
ईवीएम होंगी बार-बार सेनेटाइज
मतदान के लिए लगने वाली लाइन में भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना होगी। मतदान केंद्र में आने वाले मतदाताओं के हाथ सैनेटाइज करवाए जाएंगे। मतदान केंद्र भी पूरी तरह से सेनेटाइज होगा। चुनाव आयोग की यह भी प्लानिंग है कि मतदाताओं को पोलिंग स्टेशन पर पहुंचते ही दस्ताने दिए जाएंगे। बरोदा में अभी तक 223 मतदान केंद्र थे। इस बार निर्वाचन आयोग कम से कम 280 मतदान केंद्र स्थापित करेगा।
“बरोदा उपचुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कोरोना काल में उपचुनाव करवाना चुनौतीपूर्ण है। चुनाव प्रचार के दौरान ही नहीं, मतदान और मतगणना के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन होगा।”
-अनुराग अग्रवाल, मुख्य निर्वाचन अधिकारी