भिवानी (हप्र) :
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों को पुन: सेवाओं पर रखने पर कड़ा ऐतराज जताया है। सकसं ने सरकार के इस फैसले को बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा बताते हुए इस फैसले को तुरंत वापस लेने और शिक्षकों के खाली पड़े 40 हजार से ज्यादा पदोंं को नियमित भर्ती से भरने की मांग की है। संघ का मानना है कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के गठन व अग्निपथ योजना के बाद राज्य सरकार के इस फैसले से स्पष्ट हो गया है कि अब सरकार पक्की नौकरी बंद करने जा रही है।