चंडीगढ़, 4 मार्च (ट्रिन्यू)
नर्सिंग स्टॉफ की बढ़ती मांग को देखते हुए प्रदेश सरकार ने मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज भी खोलने का निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं और जरूरत का पता लगाने के लिए सरकार ने मैपिंग करवाने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिए। मेडिकल व नर्सिंग कॉलेज का मुद्दा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने उठाया।
उन्होंने झज्जर में भी सरकारी नर्सिंग कॉलेज स्थापित करने की मांग उठाई। नर्सिंग कॉलेजों में विद्यार्थियों के लटके एडमिशन व परीक्षाओं का मुद्दा भी भुक्कल ने सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार की नई नर्सिंग पॉलिसी विवादों में है। सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करके इस पॉलिसी को वापस भी ले लिया है। विज ने इसका विरोध किया और कहा कि पॉलिसी को वापस नहीं लिया। गीता भुक्कल ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के आर्डर की कॉपी भी सदन में टेबल की।
मेडिकल व नर्सिंग कॉलेजों की डिमांड पर विज ने कहा कि सरकार सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब मेडिकल कालेजों में नर्सिंग कॉलेज भी स्थापित होंगे। विज ने कहा कि राज्य में जरूरत के अनुसार, लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही मैपिंग करवाई जाएगी। इसके लिए (टेंडर फ्लोट) निविदा प्रक्रिया शुक्रवार को जारी कर दी।
नीड बेस्ट सुविधाएं उपलब्ध करवाने की जरूरत पर बल
विज ने कहा कि जरूरत के अनुसार कितने समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कितने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कितने 100 बिस्तर के अस्पताल, कितने 300 बिस्तर के अस्पताल, कितने 500 बिस्तर के अस्पताल और कितने मेडिकल कॉलेज व नर्सिंग कॉलेज बनने चाहिए, उसके लिए हमारे पास अभी तक कोई स्टडी नहीं थी। अब हमें नीड बेस्ट सुविधाएं उपलब्ध करवाने की ओर बढ़ना होगा। विज ने कहा कि अब किसी के कहने पर स्वास्थ्य सुविधाएं व इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं कराया जाएगा बल्कि इसके लिए अब जो अध्ययन आएगा उसके डाटा व रोडमैप के मुताबिक हम मेडिकल फैसिलिटी लोगों को मुहैया करवाएंगे और इस पर जल्द ही काम शुरू होगा। विज ने कहा कि सरकार 6 जिलों में नर्सिंग कॉलेज खोल रही है। इनका उद्घाटन जल्द ही मुख्यमंत्री करेंगे।