नूंह/मेवात, 17 जुलाई (निस)
देश-दुनिया में प्रसिद्ध नूंह (मेवात) के चाकू व्यवसाय पर कोरोना व महंगाई की मार पड़ी है। इससे यह कारोबार अभी तक भी नहीं उभर सका है। कई पीढ़ियों से इस कारोबार में लगे दुकानदार व श्रमिक अब भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं। नूंह के चाकुओं की देश-दुनिया में पहचान है। बच्चों के गले में ताबीज की जगह छोटे चाकू से लेकर रसोई के कामकाज में आने वाले लकड़ी, चंदन व भैंस के सींग के चाकू की प्रदेश सहित अन्य जगह के खरीदार व कारोबारियों के आर्डर पर बनाये जाते हैं। लेकिन कोरोना, रेडिमेड माल लाकर खुली अन्य दुकानों व अन्य महंगाई के चलते चाकू उद्योग पर सीधा असर पड़ा है।
नूंह की कुरैशी मस्जिद के नीचे बनी दुकानों में पुराने समय से चाकू का धंधा करने वाले सरफूदीन ने बताया कि यह व्यवसाय करीब 150 साल से उनके परिवार में चल रहा है।