सोनीपत, 18 अप्रैल (हप्र)
दिल्ली आवागमन करने वाले हजारों वाहन चालकों के लिए राहत की खबर है। किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद से बंद पड़े कुंडली-सिंघु बार्डर के फ्लाईओवरों को खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। फ्लाईओवरों पर बनाये गए पक्के अवरोधकों को हटाने के लिए बुलडोजर लगाये गये हैं। सीमेंट व लोहे के सरियों से बनी मजबूत दीवारों को तोड़ने में समय लग रहा है। माना जा रहा है कि 2-3 दिनों में फ्लाईओवर पूरी तरह से खाली कर एनएच-44 पर फिर से यातायात सुचारू कर दिया जायेगा।
फिलहाल कुंडली-सिंघु बार्डर के दोनों ओर पूरा दिन जाम के हालात रहते हैं। मात्र सर्विस रोड खुले होने के कारण वाहन रेंग-रेंगकर चलते हैं। आसपास के उद्योगपति व वाहन चालक कई बार बॉर्डर को पूरी तरह से खोलने की मांग कर चुके हैं मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने एमएसपी गारंटी कानून समेत कई मागों को लेकर दिल्ली कूच का ऐलान किया था। दिल्ली कूच के ऐलान के बाद पंजाब के किसान 13 फरवरी को अंबाला के शंभू बॉर्डर पर आ डटे थे। वहां से दिल्ली कूच के प्रयास में किसानों का सुरक्षा बलों के साथ टकराव हो गया था, जिसके बाद सोनीपत व दिल्ली पुलिस ने कुंडली-सिंघु बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया था।
बाद में वाहन चालकों की परेशानी व किसानों-सरकार के बीच सुलह की उम्मीद के चलते बॉर्डर को आंशिक रुप से खोल दिया गया था। 26 फरवरी को सर्विस रोड वाहनों के लिए खोल दिए गए थे। हालांकि, इसके बाद दिल्ली आवागमन शुरू हो गया है, लेकिन ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण कुंडली-सिंघु बार्डर पर लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है। उद्योगपति, व्यापारी व आम वाहन चालक सरकार से कुंडली बार्डर को पूरी तरह से खोलने की लगातार मांग करते चले आ रहे थे। जिस पर गौर करते हुए अब कुंडली-सिंघु बार्डर के दोनों फ्लाईओवरों से अवरोधकों, दीवारों व कंटेनरों को हटाने का काम शुरू कर दिया है।