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अब बजी ‘अनुशासन की घंटी’, 22 को अंबाला में पहली सुनवाई

हिसार की गुटबाजी पर चर्चा संभव, यहीं टूटा था फोटो प्रोटोकॉल

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हरियाणा अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह।
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हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी, बैनरों की पॉलिटिक्स और मंच पर भिड़ंत की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पार्टी ने अब सख्ती का रास्ता चुन लिया है। 22 नवंबर से अंबाला में अनुशासनात्मक कार्रवाई कमेटी की पहली बैठक होने जा रही है। समझा जाता है कि बैठक हंगामापूर्ण हो सकती है। पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र और कैथल के बड़े नेता, विधायक और दोनों जिलाध्यक्ष इस मीटिंग में मौजूद रहेंगे। पूर्व सांसद धर्मपाल मलिक की अध्यक्षता वाली कमेटी पहले ही साफ कर चुकी है कि 28 अक्तूबर के बाद की घटनाओं पर ही नोटिस चलेगा। पुरानी फाइलें नहीं खुलेंगी। यानी चंद्रमोहन बिश्नोई और फरीदाबाद की पुरानी शिकायतें सिर्फ चर्चा तक रहेंगी, पर उनके आधार पर किसी पर शिकंजा कसने की गुंजाइश बेहद कम है।

हिसार में कमेटी के गठन के बाद अनुशासन टूटने का सबसे बड़ा ‘बॉम्ब’ फूट चुका है, हिसार की दो घटनाएं पार्टी प्रोटोकॉल पर सवाल छोड़ गई। पहली तो यह कि ‘फोटो प्रोटोकॉल’ जारी होने के बाद भी सांसद कुमारी सैलजा की फोटो बैनर से गायब थी। वहीं दूसरी घटना दोनों जिलाध्यक्ष (शहरी एवं ग्रामीण) मंच पर एक-दूसरे से भिड़ गए।

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चाहे शिकायत औपचारिक रूप से नहीं आई हो, लेकिन मीडिया में मामला आने के बाद कमेटी इसे नजरअंदाज करने के मूड में नहीं है। कमेटी के सदस्य सचिव रोहित जैन ने कहा है कि हर केस की गंभीरता से जांच होगी। चाहे वो मंच की लड़ाई हो या बैनर की राजनीति। हिसार के कार्यक्रम में तीन विधायकों ने पोस्टरों पर कुमारी सैलजा की तस्वीर नहीं लगाई थी। कमेटी चेयरमैन धर्मपाल मलिक कई बार कह चुके हैं कि प्रोटोकॉल तोड़ा है तो कार्रवाई तय है।

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जिलाध्यक्षों की ‘लाइव लड़ाई’ पर चर्चा संभव

हिसार में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान में प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह व रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल हुए थे। प्रदर्शन से पहले कांग्रेस भवन में शहरी जिलाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग और ग्रामीण जिलाध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया मंच संचालन को लेकर भिड़ गए थे। मामला इतना बढ़ा कि एससी सेल शहरी अध्यक्ष सोनू लंकेश को माइक बंद करना पड़ा, ताकि लड़ाई की आवाज बाहर न जाए।

राहुल मक्कड़ ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले। सोनू लंकेश ने प्रदेश प्रभारी, प्रदेशाध्यक्ष और दीपेंद्र हुड्डा को शिकायत भेज दी है। माना जा रहा है कि कमेटी पर पर चर्चा कर सकती है। अंबाला की मीटिंग सिर्फ रूटीन समीक्षा नहीं होगी। यह पार्टी के भीतर बढ़ती खेमेबाजी, प्रोटोकॉल तोड़ने वाले नेताओं, मंच पर भिड़ने वाले पदाधिकारियों और सार्वजनिक शर्मिंदगी वाली घटनाओं पर कड़े एक्शन की शुरुआत मानी जा रही है। चंडीगढ़ में हुई प्रारंभिक मीटिंग में अनुशासन कमेटी ने हरियाणा को पांच जोन में बांटा था। उसी क्रम में अंबाला जोन की बैठक को प्राथमिकता दी गई है। इसी बैठक में दूसरे जोन की तारीखें तय होंगी।

यह है पार्टी का ‘फोटो प्रोटोकॉल’

बता दें कि कांग्रेस के कार्यक्रमों में बैनर, होर्डिंग्स व पोस्टर आदि को लेकर प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की ओर से पहले ही ‘फोटो प्रोटोकाल’ जारी किया जा चुका है। इसके तहत मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा, राष्ट्रीय महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला व रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के फोटो अनिवार्य किए गए हैं। इसके बाद जारी किए गए संशोधित फोटो प्रोटोकॉल में स्थानीय सांसदों व विधायकों के फोटो भी अनिवार्य किए गए थे। हिसार में यह फोटो प्रोटोकॉल भी ध्वस्त होता नजर आया था।

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