चंडीगढ़, 29 जून (ट्रिन्यू)
पड़ोसी राज्यों–पंजाब, नयी दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड आदि राज्यों के सेवानिवृत्त शिक्षक भी अब हरियाणा के स्कूलों में बच्चों को पढ़ा सकेंगे। हैरान न हों, ये शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर नहीं होंगे। दरअसल, राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने रिटायर हो चुके अध्यापकों को पुन: सेवाओं पर रखने का निर्णय लिया है। इन शिक्षकों को तय मानदेय मिलेगा।
इससे पूर्व भी सरकार इस तरह की योजना बना चुकी है। पूर्व की हुड्डा सरकार के समय भी इसी तरह की योजना बनाई गई थी, लेकिन वह केवल हरियाणा के शिक्षकों के लिए थी। मौजूदा भाजपा सरकार ने भी इस योजना को लागू रखा। यह तय किया गया था कि शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने की स्थिति में उन्हें शैक्षणिक सत्र पूरा होने तक सेवाओं में रखा जाएगा।
40 हजार पद खाली
हरियाणा में अध्यापकों के एक लाख से भी अधिक मंजूरशुदा पद हैं। इनमें से करीब 40 हजार पद खाली हैं। हालांकि जेबीटी शिक्षकों के सरप्लस होने का दावा सरकार पहले ही कर चुकी है। शिक्षा विभाग के निर्णय के अनुसार, न केवल सरकारी और शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त स्कूलों के सेवानिवृत्त टीचर इस पोर्टल पर अप्लाई कर सकेंगे, बल्कि जो गेस्ट टीचर सेवानिवृत्त हो चुके हैं वे भी आवेदन कर सकेंगे।