रमेश सरोए/ हप्र
करनाल, 8 जून
नशे को जड़ से मिटाने के लिए करनाल पुलिस सामाजिक जुड़ाव के साथ काम करेंगी। पुलिस जहां घर-घर जाकर नशे की लत से ग्रस्त लोगों व युवाओं का रिकाॅर्ड तैयार करेगी तो वहीं नशा मुक्ति अभियान के तहत नशा छोड़ने में भी पूरा सहयोग करेगी। नशा करने वालों की काउंसलिंग करवाई जाएगी, अगर जरूरत हुई तो परिजनों की सहायता से उन्हें करनाल के सामान्य अस्पताल में नशा मुक्ति वार्ड में भर्ती करवाकर नशे की लत छुड़ाई जाएगी, जिससे नशा करने वाला व्यक्ति समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। पूरा इलाज नि:शुल्क होगा। अभियान के तहत जहां पुलिस के पास पूरे जिले के हर गांव में ग्रामीण किस-किस प्रकार के नशे के आदि है, उनका रिकाॅर्ड बनाएगी, उसके बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर नशे के आदी लोगों का नशा छोड़ने में मदद करेगी। एसपी करनाल ने डीजीपी हरियाणा के निर्देश पर करनाल जिले में 2 टीमों का गठन किया। जिनका नेतृत्व एसआई सुखविंद्र सिंह, एसआई सुखविंद्र कर रहे है। अभियान की शुरूआत इंद्री के गांव गढ़ी-बीरबल ओर कुंजपुरा के गांव कलवेहेड़ी से होगी। अभियान के तहत पूरे जिले को कवर किया जाएगा। एसपी गंगाराम पूनिया का कहना है कि जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए पुलिस द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है, इसके तहत पुलिस टीमें डोर-टू डोर जाएगी और पता करेंग कि घर में कोई नशा तो नहीं करता। अगर करता है तो उसे परिजनों की सहायता से नशा छोड़ने में सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की सहायता से उसकी काउंसलिंग करवाई जाएगी। अगर जरूरत हुई तो उसे सरकारी अस्पताल के नशा मुक्ति वार्ड में एडमिट करवाया जाएगा, सारा इलाज नि:शुल्क होगा।