ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 21 मई
हरियाणा सरकार ने स्वीकार किया है कि बिजली की समस्या दूसरे राज्यों की तरह हरियाणा में भी है। बेशक, अभी स्थिति काफी हद तक कंट्रोल में है लेकिन किल्लत के चलते सप्ताह-दस दिन तक कट लगाने पड़े। इसका स्थाई हल निकालने के लिए अब सरकार ने हरियाणा से बाहर नासिक भी पावर प्लांट खरीदने का निर्णय लिया है। किसी प्राइवेट कंपनी द्वारा यह प्लांट बेचा जा रहा है और हरियाणा इसे खरीदने की तैयारी में है। इसके लिए केंद्रीय पावर मंत्रालय को भी लिखा जा चुक है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस बार अप्रैल से ही भीषण गर्मी पड़ने की वजह से बिजली की डिमांड बढ़ी। अप्रैल-मई के दौरान 8500 मेगावाट बिजली की जरूरत थी, जबकि प्रदेश के पास 1800 मैगावाट के करीब की कमी थी। इसी वजह से कट लगाने पड़े।
सीएम ने कहा कि अडानी पावर से 600 मेगावाट की आपूर्ति शुरू हो गई है। अडानी नया प्लांट शुरू कर रहा है और कुछ दिनों बाद इससे भी 600 मैगावाट और हरियाणा को मिलेगी। खेदड़ पावर प्लांट में 600 मैगावाट की बंद पड़ी यूनिट अब शुरू होगी। चाइना से इसक पार्ट आ चुका है। सौर उर्जा से भी 26 मैगावाट बिजली का प्रबंध हो गया है। इसी तरह से हरियाणा को जम्मू-कश्मीर से 300 मैगावाट बिजली मिलनी शुरू हो गई है।
भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड से इन दिनों बिजली सप्लाई बंद है, लेकिन 22 मई के बाद यहां से भी 500 से 1000 मैगावाट तक बिजली मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बिजली बचाने के लिए सरकार ने एलईडी लाइट्स के साथ पंखे लगवाए हैं। छह लाख 61 हजार के करीब ट्यूबवेल कनेक्शन प्रदेश में हैं और जून में इन्हें चलाने के लिए बिजली की जरूरत होगी। इसे भी ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रबंध करने शुरू कर दिए हैं।