जींद, 28 अप्रैल (हप्र)
हिसार के निवर्तमान सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि जब देश से धारा 370 हटाई गई, तब जिस तरह से लोकसभा में देश के नेताओं का अपमान किया गया, उससे उन्हें आभास हो गया था कि सत्ता में बैठे लोगों की सोच क्या है। इसके बाद किसान, मजदूर और महिला खिलाड़ियों की बात आई तो उन्हें न्याय दिलवाना तो दूर, उनका जिक्र करना भी भाजपा में गुनाह था। बृजेंद्र सिंह रविवार को जींद में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उनसे जब 5 साल भाजपा में रहने के अनुभव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बेहद कटु कह कर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा में विचारों की अभिव्यक्ति के लिए कोई जगह नहीं है। हिसार से टिकट नहीं मिलने को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने जो फैसला किया है, वह उसके साथ चलेंगे। पार्टी में सदा हालात एक जैसे नहीं रहते। हालात जरूर बदलेंगे।
इससे पहले, बृजेंद्र ने पिता चौधरी बीरेंद्र सिंह और अपने समर्थकों की बैठक में कहा कि उन्हें राजनीति बिना संघर्ष के मिल गई। अब उनके सामने संघर्ष का रास्ता है। समर्थकों में जिस तरह का गुस्सा है, वह भावना हमें कहीं नहीं ले जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अलावा दूसरी किसी पार्टी के बारे में उन्होंने सोचा ही नहीं। वह कांग्रेस पार्टी में किसी पद के लिए नहीं, बल्कि विचारधारा के लिए आए हैं। इस बात से उन्हें दुख है कि आज उन्हें दल-बदलू तक कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरा वादा है कि अब कांग्रेस में रहूंगा और कांग्रेस ही हमारा घर है। हमें इस घर की मर्यादाओं का पालन करना है। बृजेंद्र ने खुद अपने दिए संघर्ष का रास्ता चुनते हुए कहा कि सरकारी मौज का वक्त जा चुका है। अब संघर्ष का समय है। युवाओं को साथ लेकर उनकी आवाज उठाएंगे। आज शक्तियों का भले ही केंद्रीयकरण हुआ है, लेकिन यह मुट्ठी खुलेगी और ऐसी खुलेगी कि सब बह जाएगा। बृजेंद्र सिंह ने कहा कि 5 साल में वह समझ गए हैं की राजनीति जितनी सीधी नजर आती है, उतनी सीधी होती नहीं है। वह अब राजनीति की इन चालों, को भी समझने लगे हैं।