अब करनाल में होगी क्रू ट्रेनिंग, हिसार में बनेगा रक्षा कलस्टर
सोमवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक में नागरिक उड्डयन विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी़ कुमार ने यह जानकारी दी। इस मौके पर उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ़ अमित अग्रवाल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। नीति के तहत हिसार के इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आईएमसी) को एक प्रमुख एयरोस्पेस और डिफेंस हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
हरियाणा एयरोस्पेस एंड डिफेंस कॉरपोरेशन और राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास एवं निगम ट्रस्ट (के बीच एमओयू पर जल्द हस्ताक्षर होंगे। लगभग 2 हजार 988 एकड़ भूमि पर बनने वाली इस परियोजना की लागत 4,679.56 करोड़ रुपये आंकी गई है। नई नीति से अगले 5 वर्षों में 1 बिलियन डॉलर का निवेश आकर्षित करने और 25 हजार रोजगार सृजित करने का लक्ष्य है। साथ ही, उत्कृष्टता केंद्र, अनुसंधान व विकास इकाइयां और विश्वस्तरीय कौशल विकास संस्थान स्थापित किए जाएंगे।
एमआरओ और एमएसएमई पर फोकस
उन्होंने कहा कि हरियाणा को उत्तर भारत का प्रमुख मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहाल (एमआरओ) हब बनाने पर विशेष जोर रहेगा। इसके साथ ही, एमएसएमई को आपूर्ति शृंखला में महत्वपूर्ण स्थान दिलाने और वैश्विक मूल उपकरण निर्माताओं को आकर्षित करने की योजना है। अमनीत पी़ कुमार ने कहा कि नई नीति अधिसूचित हो चुकी है और जल्द ही आगामी योजनाओं का ऐलान किया जाएगा। उद्योग एवं वाणिज्य सचिव डॉ़ अमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि रक्षा क्षेत्र को हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति-2020 में प्राथमिकता दी गई है और निवेशकों को आकर्षक प्रोत्साहन मिलेंगे।