मानवाधिकार आयोग का नोटिस, चार सप्ताह में देनी होगी रिपोर्ट
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 22 जून
हरियाणा में चल रहे आरोही मॉडल स्कूलों के स्टाफ को नियमित करने का मुद्दा फिर से गरमा गया है। यह मामला अब केंद्रीय मानवाधिकार आयोग के पास पहुंच गया है।
आयोग ने इस मामले में हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। शिक्षा विभाग का चार सप्ताह में आयोग के सामने जवाब देना होगा। पूर्व की हुड्डा सरकार के समय राज्य में 36 आरोही मॉडल स्कूल स्थापित किए थे। इन स्कूलों के लिए स्वीकृत सभी पदों को भरा भी नहीं गया।
इतना ही नहीं, जिन शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को इन स्कूलों में नियुक्त किया था, उन्हें पांच वर्षों की सेवा के बाद नियमित करने का वादा किया गया था। प्रदेश की भाजपा सरकार अभी तक पांच बार इन स्कूलों के प्राचार्यों तथा जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्कूलों में कार्यरत स्टाफ को नियमित करने को लेकर जानकारी मांग चुकी है लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ है। 36 स्कूलों में प्रिंसिपल के पद पर पूरे नहीं भरे जा सके। शुरूआत से ही 17 से 18 स्कूलों में ही प्रिंसिपल हैं।
‘सुपर-100’ में भी सुपर...इसी तरह से शिक्षा विभाग के ‘सुपर-100’ कार्यक्रम में भी आरोही मॉडल स्कूल के विद्यार्थियों का सबसे अधिक चयन होता है। सुपर-100 कार्यक्रम के दूसरे फेज के पेपर को भी इन स्कूलों के 17 विद्यार्थियों ने पास किया है।
मनोज कुमार ने दायर की शिकायत... राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने आरोही मॉडल स्कूल स्टाफ एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष मनोज कुमार की 3 दिसंबर, 2024 को दायर शिकायत के आधार पर नोटिस जारी किया है। चयनित शिक्षकों को नियम अनुसार 5 वर्षों की सेवा के उपरांत नियमित करने का वादा किया गया था, लेकिन आज तक यह प्रक्रिया अधूरी है। आयोग सदस्य प्रियंक कानूनगो ने इस केस की सुनवाई करते हुए मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम-1993 की धारा-12 के तहत नोटिस जारी किया है।
हुड्डा सरकार में खोले गए थे स्कूल, 400 से अधिक शिक्षक छोड़ चुके नौकरी
- इन स्कूलों के लिए कुल 2 हजार 232 पद स्वीकृत हुए थे, लेकिन 1200 के लगभग पदों को ही भरा जा सका। नियमित नहीं होने से कांट्रेक्ट पर कार्यरत स्टाफ लगातार नौकरी छोड़ रहा है। 400 से अधिक शिक्षक नौकरी छोड़ चुके हैं। हालिया भर्ती के बाद भी करीब 50 शिक्षकों ने आरोही मॉडल स्कूलों से नौकरी छोड़ी है। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 10 हजार से अधिक है। स्टाफ की कमी से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बताते हैं कि वर्तमान में इन स्कूलों में शैक्षणिक स्टाफ में लगभग 250 शिक्षक ही कार्यरत हैं। बाकी स्टाफ का प्रबंध सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम व सेंटा (शिक्षा विभाग का कार्यक्रम) के जरिये किया हुआ है। आरोही मॉडल स्कूलों के नतीजे भी 100 प्रतिशत रहे हैं। हालिया नीट एग्जाम को आरोही मॉडल स्कूल के 5 विद्यार्थियों ने पास किया है। एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए चयनित होने वाले चार विद्यार्थी महेंद्रगढ़ जिला के मढ़ाना गांव के आरोही मॉडल स्कूल के ही हैं।
''आरोही मॉडल स्कूलों ने कई उपलब्धियां अपने नाम की हैं। इन स्कूलों ने सीमित संसाधन के बावजूद विद्यार्थियों को नीट, जेईई, एनडीए जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया। खेल प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया। कई स्टेट लेवल बेस्ट स्कूल अवार्ड्स हासिल किए हैं। मानवाधिकार आयोग के हस्तक्षेप से आरोही मॉडल स्कूल के शिक्षकों की आशा फिर से जीवंत हुई है। ''
-मनोज कुमार, आरोही मॉडल स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष।