झज्जर, 25 जून (हप्र)
कृषि कानूनों को लेकर बहादुरगढ़-दिल्ली सीमा पर बैठे किसान नेताओं ने एक बार फिर से भाजपा सरकार को चेतावनी दी है कि या तो कृषि कानून रद्द होंगे, या फिर देशभर से भाजपा का सफाया होगा। किसान चुप करके नहीं, बल्कि देश से भाजपा को पूरी तरह सफाया करके ही अपने घर वापस लौटेंगे। यहां टीकरी बॉर्डर स्थित धरनास्थल पर किसान नेताओं ने कहा कि संयुक्त मोर्चा पहले ही फैसला ले चुका है कि जहां-जहां चुनाव होंगे वहां-वहां पर प्रचार कर भाजपा का सफाया करने का काम किया जाएगा। किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि शनिवार को आंदोलन के सात माह पूरे होने जा रहे है। इन सात माह में सभी बॉर्डर पर शांतिप्रिय ढंग से आंदोलन चला है। शनिवार को सात माह पूरे होने पर देश के सभी गवर्नर हाउस में एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम सौंपा जाएगा। ज्ञापन में उनसे मांग की जाएगी कि राष्ट्रपति किसी सरकार को नहीं होता, बल्कि वह पूरे देश का होता है। सरकार उनकी मांग अनसुना कर रही है। इसलिए सरकार को निर्देश दिए जाएं कि वह किसानों की मांगों को सुने और उन्हें पूरा करें। किसान नेता ने यह भी कहा कि भाजपा धर्म और जाति के नाम पर आंदोलन को बांटने की साजिश रच रही है। लेकिन सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि संयुक्त मोर्चा संगठित था, संगठित है और संगठित ही रहेगा।
व्यक्ति को जिंदा जलाने की घटना से झाड़ा पल्ला
बहादुरगढ़ के कसार गांव के मुकेश नामक व्यक्ति को किसान आंदोलन में जिंदा जला दिए जाने की घटना से भी किसान नेता पल्ला झाड़ते हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि पारिवारिक झगड़े की वजह से ही मुकेश ने आत्मत्या की है। इसे सरकार के इशारे पर हत्या का रूप दिया गया है। सयुक्त मोर्चे के पास इस घटना के सारे सबूत मौजूद हैं।